MP : पंचायत चुनाव में उतरे BJP नेताओं के बेटे-बहू, भाई-भतीजे, कहां गया फॉर्मूला?

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Sunil Shukla
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MP : पंचायत चुनाव में उतरे BJP नेताओं के बेटे-बहू, भाई-भतीजे, कहां गया फॉर्मूला?

Bhopal. बीजेपी (bjp) में नेताओं को परिवारवाद से दूर रहने की नसीहत का असर पंचायत चुनाव (panchayat chunav) में होता नजर नहीं आ रहा है। पंचायत चुनाव पार्टी के सिंबल पर नहीं होने के कारण कई बड़े नेताओं ने अपने बेटा- बहू, भाई-भतीजों को राजनीति में लॉन्च करने के लिए पंचायत चुनाव के अखाड़े में उतार दिया है। कहीं-कहीं तो एक ही परिवार से एक से ज्यादा सदस्यों ने नॉमिनेशन फार्म जमा कर कलह के हालात पैदा कर दिए हैं।



उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों भोपाल आए BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा (jp nadda) ने कहा था कि हमें परिवारवाद के कॉन्सेप्ट को समझना होगा। हमारा मानना है कि पिता अध्यक्ष, बेटा जनरल सेक्रेटरी। पार्लियामेंट्री बोर्ड में चाचा-ताया-ताई। यह परिवारवाद है। बीजेपी अपनी पॉलिसी में ऐसा नहीं करेगी। इससे पहले प्रधानमंत्री (pm) नरेंद्र मोदी (narendra modi) भी वंशवाद को लोकतंत्र के लिए खतरा बता चुके हैं। उन्होंने पार्टी के संसदीय दल (parliamentary board) की बैठक में कहा था कि हमें राजनीति में परिवारवाद के खिलाफ लड़ना होगा। परिवारवाद के खिलाफ यदि हम दूसरी पार्टियों के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं तो इस पर हमें भी अपनी पार्टी में भी विचार करना चाहिए। लेकिन मध्यप्रदेश में पंचायतों के चुनाव के लिए दाखिल किए गए नाॉमिनेशन फार्म की लिस्ट पर नजर डालें तो पता चलता है कि बीजेपी के बड़े नेताओं ने बड़ी संख्या में अपने परिजनों को चुनाव मैदान में उतारा है।



विधानसभा अध्यक्ष के बेटे-बेटी के साथ भतीजा भी मैदान में



रीवा (rewa) में जिला पंचायत के रण में तो मप्र विधानसभा (mp vidhansabha speaker) अध्यक्ष गिरीष गौतम (girish gautam) के इकलौते पुत्र और बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष राहुल गौतम और सगे भतीजे पद्मेश गौतम आमने -सामने हैं। पद्मेश कांग्रेस से जुड़े हैं।  हालांकि पिछली बार के पंचायत चुनाव में दोनों अलग-अलग जिला पंचायत से चुनाव लड़कर हार का मुंह देख चुके हैं। इस बार का चुनाव विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद से गिरीष गौतम की प्रतिष्ठा से जोड़ कर देखा जा रहा है। इस लिहाजा से जिला पंचायत के वार्ड 27 का चुनाव इस बार दिलचस्प होता नजर आ रहा है।  यहां से हार-जीत देवतालाब विधानसभा क्षेत्र की भावी राजनीति की दिशा तय करेगी। विधानसभा स्पीकर गिरीश गौतम की बेटी रुचि भी देवतलाब क्षेत्र की जनपद नईगढ़ी से चुनाव लड़ रही हैं । बताते है कि पहले रूचि को निर्विरोध चुने जाने के प्रयास किए गए लेकिन सफलता नहीं मिली।



खंडवा में वन मंत्री के बेटे ने भरा पर्चा, भतीजा निर्विरोध निर्वाचित



मप्र सरकार के वन मंत्री (frest minister mp) विजय शाह( vijay shah)  के बेटे दिव्यादित्य शाह (divyaditya shah) ने खंडवा (khandwa) जिला पंचायत के वार्ड नंबर 14 से नामांकन दाखिल किया है। यह वार्ड हरसूद (harsud) विधानसभा के आशापुर-खालवा क्षेत्र को कवर करता है। यह वार्ड ST आरक्षित है। विजय शाह के छोटे भाई और कांग्रेस नेता अजय शाह के बेटे राहुल शाह हरदा की खुदिया पंचायत में सरपंच के पद पर निर्विरोध चुने गए हैं।



उमा भारती का भतीजा बहू जिला पंचायत सदस्य की उम्मीदवार



प्रदेश  की पूर्व मुख्यमंत्री (ex cm mp)  उमा भारती (uma bharti) के भतीजे और खरगापुर से ‌BJP विधायक राहुल सिंह लोधी की पत्नी उमिता सिंह ने जिला पंचायत के वार्ड नंबर 8 से जिला पंचायत सदस्य के लिए  नामांकन दाखिल किया है।



सतना (satna) में पूर्व विधायक के बेटे-बहू ने भरा पर्चा



भारतीय जनता पार्टी से पांच बार विधायक और पूर्व मंत्री रहे स्व. जुगुल किशोर बागरी  का एक बेटा और बहू जिला पंचायत के चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। बड़े बेटे पुष्पराज बागरी और छोटे भाई देवराज की पत्नी वंदना बागरी ने जिला पंचायत के लिए एक और दो नंबर वार्ड से पर्चा दाखिल किया है। पुष्पराज दो बार जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। इनके अलावा पुष्पराज की पत्नी प्रभा बागरी पिछले कार्यकाल में जिला पंचायत सदस्य रहीं।



यहां यह जानना भी जरूरी है कि पिता और विधायक रहे जुगुल किशोर के देहावसान के बाद रैगांव विधानसभा में उपचुनाव हुए थे जिसमें माना जा रहा था कि पूर्व विधायक स्वर्गीय विधायक के परिवार से किसी को टिकट दी जाएगी लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने प्रतिभा बागरी को ऐन वक्त चुनाव मैदान पर उतार दिया हालांकि इस उपचुनाव में कांग्रेस की कल्पना वर्मा ने जीत दर्ज की। बागरी परिवार के अलावा इसी विधानसभा की पूर्व विधायक ऊषा चौधरी के बेटे और बेटी पंचायत की जंग में शामिल हो गई हैं। उनके बेटे आलोक ने चौधरी ने वार्ड क्रमांक दो और बेटी मौनू चौधरी ने वार्ड नंबर तीन से पर्चा दाखिल किया है।



जबलपुर में विधायक की समधन, ननद का बेटा भी मैदान में



जबलपुर जिला पंचायत के चुनाव में भी बीजेपी नेताओं के कई सगे-संबंधी किस्मत आजमा रहे है। बीजेपी से बरगी की पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह की जेठानी विद्या सिंह ने जिला पंचायत सदस्य के लिए पर्चा भरा है। सिहोरा से बीजेपी विधायक नंदनी मरावी की समधन सावित्री बेंद्रे भी जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनाव मैदान में हैं। इनके अलावा नंदनी मरावी की ननद के बेटे पूरन सिंह मरावी ने भी जनपद सदस्य के चुनाव के लिए नामांकन फार्म जमा कराया है।



गुना में रिटायर्ड IPS और उनकी पत्नी पूर्व MLA मैदान में



गुना जिले में चाचौड़ा से बीजेपी की विधायक रहीं ममता मीणा और उनके पूर्व आईपीएस पति रघुवीर सिंह मीणा ने जिला पंचायत सदस्य के लिए अलग-अलग वार्डों से नामांकन दाखिल किया है। रघुवीर सिंह मीणा ने गुना जिला पंचायत के वार्ड नंबर 16 और ममता मीणा ने वार्ड 14 से नामांकन दाखिल किया है।



निवाड़ी में पूर्व MLA की पत्नी जनपद पंचायत सदस्य के लिए उम्मीदवार



निवाड़ी जिले के बीजेपी विधायक अनिल जैन की पत्नी निरंजना जैन जनपद पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं।  वे निवाड़ी जनपद पंचायत के वार्ड नंबर 5 से जनपद पंचायत सदस्य की उम्मीदवार हैं।



टीकमगढ़ में BJP विधायक की दो बहनें जनपद सदस्य की उम्मीदवार



टीकमगढ़ से बीजेपी विधायक राकेश गिरी की दो बहनों ने जनपद पंचायत सदस्य के लिए नामांकन दाखिल किया है। विधायक राकेश गिरी की बहन कामिनी गिरी पिछले चुनाव में टीकमगढ़ जनपद पंचायत की अध्यक्ष चुनीं गईं थीं। कामिनी दूसरी बार जनपद पंचायत के टीकमगढ़ वार्ड 22 से उम्मीदवार हैं। उनकी दूसरी बहन रानी गिरी ने भी वार्ड 13 से नामांकन दाखिल किया है।


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