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संजय गुप्ता, DHAR
धार जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद की लड़ाई रोचक हो गई है, कुल 28 वार्डों में से 13-13 पर बीजेपी और कांग्रेस समर्थक जीते हैं, वहीं दो निर्दलीय के पास गई है। कांग्रेस दावा कर रही है कि दोनों निर्दलीय राजूबेन चौहान और कपिल सोलंकी पहले उन्हीं की पार्टी से जुडे हुए थे, इसलिए वह हमें ही साथ देंगे।
अपनी विधानसभा में ही जिता नहीं सके मंत्री
उधर बदनावर से बीजेपी विधायक और उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव इन चुनावों में अपनी ही विधानसभा में बीजेपी को जीत नहीं दिला सके हैं। बदनावर की पांच सीट में से तीन पर कांग्रेस समर्थकों ने जीत का दावा किया है। वहीं एक वार्ड नौ की सीट को लेकर तो दत्तीगांव और कांग्रेस के बीच सोशल मीडिया पर भी घमासान मच गया। दत्तीगांव ने फेसबुक पर लिख दिया कि जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक नौ पर जीत के लिए सभी का आभार, बीजेपी की जीत में ही बदनावर की जीत है। उनका यह लिखना हुआ और इसके बाद कांग्रेस ने हल्ला बोल दिया। इस सीट के चुनाव प्रभारी व जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष आशीष भाकर ने फेसबुक और सोशल मीडिया पर उस वार्ड के हर बूथ पर मिले वोटों का हिसाब डाल दिया और लिखा कि इस वार्ड से विजयी शंकर सिंह चौहान को बधाई और कृपया किसी तरह का भ्रम नहीं फैलाएं, यहां से कांग्रेस जीती है। भाकर ने द सूत्र को बताया कि हमने कलेक्टर को भी सभी बूथ के रिजल्ट दे दिए हैं, ताकि बाद में कोई गड़बड़ी नहीं हो।
गौतम अपने भाई को अध्यक्ष बनाने में लगे, सिंघार का विरोध
उधर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व धार विधायक बालमुकुंद सिंह गौतम अब जिला पंचायत अध्यक्ष पर अपने भाई मनोज गौतम को बैठाने में लग गए हैं। इसे लेकर कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे उमंग सिंघार का विरोध देखने में आ रहा है। सिंघार के पास जीते हुए अधिक सदस्य भी है, ऐसे में उनका पलडा भारी भी दिख रहा है। बताया जा रहा है कि वह युवा 21 साल की गायत्री पुरोहित का समर्थन कर रहे हैं और उन्हें अध्यक्ष बनाने में जुटे हैं। लेकिन इधर बीजेपी भी केवल ऊपर से शांत दिख रही है, उसकी कोशिश है कि दोनों निर्दलीय को अपने साथ मिला ले तो वह बहुमत में आ जाएगी और अपना अध्यक्ष बना लेगी।