लखनऊ. उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) हैं। इससे पहले ही राज्य में चुनावी गठजोड़ शुरू हो गई है। सपा ने बसपा और सत्ताधारी बीजेपी को बड़ा झटका दिया। बसपा के 6 निलंबित और बीजेपी का एक विधायक 30 अक्टूबर को सपा में शामिल हो गए। इन सभी विधायकों ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा की सदस्यता ली। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ इतना जनाक्रोश है, जनता इतनी दुखी है कि आने वाले समय में बीजेपी का सफाया हो जाएगा।
ये विधायक सपा में शामिल
1- असलम राइनी ( भिनगा- श्रावस्ती)
2- असलम अली चौधरी (ढोलाना- हापुड़)
3- मुजतबा सिद्दीकी (प्रतापपुर- प्रयागराज)
4- हाकिम लाल बिंद (हांडिया-प्रयागराज),
5- हरगोविंद भार्गव (सिधौली- सीतापुर),
6- सुषमा पटेल (मुंगरा बादशाहपुर)
इसके अलावा बीजेपी के सीतापुर से विधायक राकेश राठौर सपा में शामिल हो गए।
काफी लोग हमारे यहां आना चाहते हैं
अखिलेश यादव के मुताबिक, ऐसे बहुत सारे लोग हैं, जो सपा में आना चाहते हैं। आने वाले समय में तस्वीर साफ हो जाएगी। बीजेपी ने वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी। आज किसान ये जानना चाहता है कि किसानों की आय दोगुनी कब होगी। आज सभी जरूरी सामान महंगे हो गए हैं।
बीजेपी के भरोसे पर धोखा मिला
अखिलेश ने कहा- बीजेपी के संकल्पपत्र (Manifesto) का कोई भी पेज देख लीजिए, एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। अधिकतम मूल्य पर धान की खरीदी का वादा किया था, आज उत्तर प्रदेश के किसान के धान की खरीद नहीं हो पा रही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वादा किया था कि झांसी और मथुरा में मेट्रो बनेगी, लेकिन कहीं मेट्रो नहीं बनी। सिर्फ उन्हीं शहरों में मेट्रो का काम हुआ, जो सपा काल में पास हुए थे।
अखिलेश ने ये भी कहा कि बीजेपी ने 2017 में लोक कल्याण संकल्प पत्र बनाकर कूड़े में फेंक दिया। भाजपा पन्ना प्रभारी तो बनाते है, लेकिन अपने ही बनाए पन्ने को नहीं पढ़ा। सरकार बताए किसानों और खेती के कौन से अच्छा काम किए? बुंदेलखंड के लोगो ने सबसे ज्यादा बीजेपी पर भरोसा किया, लेकिन जितना ज्यादा भरोसा किया, बीजेपी ने उतना बड़ा धोखा दिया।