लखनऊ. कांग्रेस (Congress) नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) इन दिनों उत्तर प्रदेश (UP) में सक्रिय हैं। लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में हुई हिंसा के बाद से प्रियंका किसी न किसी एक्शन में नजर आ रही हैं। 8 अक्टूबर यानी शुक्रवार को प्रियंका लखनऊ की दलित कॉलोनी में पहुंचीं और यहां वाल्मीकि मंदिर परिसर में झाड़ू लगाई। इससे पहले जब प्रियंका को 4 अक्टूबर को सीतापुर के गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा गया था तो वे कमरे में झाड़ू लगाते नजर आई थीं। इस बार झाड़ू लगाने के पीछे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) का बयान बताया जा रहा है। प्रियंका ने योगी को भी आड़े हाथ लिया।
क्या बोले थे योगी?
द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, 7 अक्टूबर को योगी ने एक न्यूज चैनल पर कहा था कि लोग उन्हें (कांग्रेसी नेताओं) को ऐसा करने लायक (झाड़ू लगाने वालों जैसा) बनाना चाहते थे और यही उन्होंने उनसे (प्रियंका गांधी से) करवाया। इन लोगों (कांग्रेसियों) के पास उपद्रव करने और नकारात्मकता (Negativity) फैलाने के अलावा और कोई काम नहीं है।
प्रियंका ने योगी को आड़े हाथ लिया
प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने बयान देकर मेरा नहीं, बल्कि उन सबका अपमान (humiliate) किया है, जो लोग सफाई के काम में लगे हुए हैं। ऐसा कहकर उन्होंने करोड़ों भाइयों-बहनों का अपमान किया है, सफाई के काम से जुड़े हुए हैं। उनके बयान को सुनकर ही मैंने तय कर लिया था कि वाल्मीकि मंदिर जाकर सफाई करूंगी। मैं दिखाना चाहती थी कि इस काम में कुछ गलत नहीं है। मुख्यमंत्री योगी को अपनी सोच (mindset) बदलनी चाहिए।
लखीमपुर घटना पर मोदी पर बरसीं
प्रियंका ने लखीमपुर घटना पर कहा कि प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) की नैतिक जिम्मेदारी है कि वे मंत्री अजय मिश्र टेनी को मामले की जांच चलने तक हटाएं। लखीमपुर की घटना पर केवल यूपी के सीएम योगी ही नहीं, मोदी ने भी चुप्पी साधी हुई है। जैसे मैं पीड़ितों के साथ खड़ी हूं, आज वैसे ही नेताओं की जरूरत है। अजय के आरोपी बेटे को समन दिए जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि क्या कभी आपने देखा है कि किसी ने लोगों को अपनी गाड़ी से रौंद दिया हो और पुलिस ने उसे बुलाने के लिए न्योता दिया हो। आखिर आरोपी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा?