उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में होने वाले लोकसभा चुनावों में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने अकेले लड़ने की घोषणा कर दी है। हा, लेकिन पंजाब में गठबंधन की आशंका अभी भी है। इस की खबर मायावती ने सोशल मीडिया से दी है। बसपा अध्यक्ष ने यूपी में बसपा और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के बीच गठबंधन की बात भी नकारी है।
मीडिया सेल के नेशनल कोआर्डिनेटर बने सतीश चंद्र मिश्र
मायावती ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मीडिया में कल से यह खबर प्रसारित की जा रही है कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव औवेसी की पार्टी AIMIM और BSP मिलकर लड़ेंगी। यह खबर पूर्णतः गलत, भ्रामक और तथ्यहीन है। साथ ही उन्होंने सतीश चंद्र मिश्र को BSP मीडिया सेल का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाने की जानकारी भी दी है।
खबर चलाने से पहले BSP का पक्ष जरूर लें
मायावती ने अपनी पोस्ट में मीडिया से भी अपील की है कि वे बहुजन समाज पार्टी के बारे में खबर लिखने, दिखाने या छापने से पहले सतीश चंद्र मिश्र से सही जानकारी जरूर लें। पार्टी का पक्ष रखना जरूरी है।
मायावती और अखिलेश अपनी पुरानी लड़ाई छोड़कर एक साथ आए थे
उत्तर प्रदेश में 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान BSP (बहुजन समाज पार्टी) और SP (समाजवादी पार्टी) अपनी पुरानी लड़ाई छोड़कर एक साथ आए थे, लेकिन चुनाव में मिली हार के बाद मायावती ने इसके लिए समाजवादी पार्टी के कमजोर संगठन को जिम्मेदार ठहराया था। इसके बाद ही दोनों का गठबंधन टूट गया था। पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में BSP और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने मिलकर चुनाव लड़ा था। तब से ही ये चर्चाएं शुरू हो गई थीं कि यूपी में भी AIMIM और BSP एक साथ आ सकते हैं।