जयपुर. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) अक्सर अपने बेबाक टिप्पणियों (Comments) को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। 13 सितंबर को जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी बयान की चर्चाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जो मुख्यमंत्री बनते हैं, वो इसलिए परेशान रहते हैं कि पता नहीं कब हटा दिया जाए। गडकरी का बयान तब आया, जब गुजरात (Gujarat) में भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे। गुजरात में विजय रूपाणी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
राजस्थान विधानसभा के कार्यक्रम में गए थे गडकरी
नितिन गडकरी राजस्थान विधानसभा के एक कार्यक्रम में गए थे। वहां उन्होंने कहा कि आजकल हर किसी की समस्या है, हर कोई दुखी है। विधायक इसलिए दुखी हैं, क्योंकि वो मंत्री नहीं बन पाए। मंत्री इसलिए दुखी हैं, क्योंकि उन्हें अच्छा विभाग नहीं मिला। अच्छे विभाग वाले इसलिए दुखी हैं, क्योंकि वो मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। जो मुख्यमंत्री बन पाए वो इसलिए दुखी हैं, क्योंकि कब रहेंगे और कब जाएंगे, इसका भरोसा नहीं है। राजनीति का मुख्य उद्देश्य आम लोगों के जीवन में बदलाव लाना ही है, लेकिन आजकल इसे सिर्फ सत्ता हथियाने से जोड़कर देखा जाने लगा है। लोकतंत्र का मुख्य लक्ष्य समाज के अंतिम व्यक्ति को लाभ पहुंचाने है।
लगातार मुख्यमंत्रियों को बदल रही है बीजेपी
बीजेपी ने बीते कुछ महीनों में कई मुख्यमंत्रियों को अचानक बदल दिया। पहले उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह तीरथ सिंह रावत को लाया गया, बाद में उन्हें भी बदलकर पुष्कर सिंह धामी को लाया गया। फिर कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा की जगह बासवराज बोम्मई को लाया गया। सितंबर में गुजरात में विजय रूपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया। वहीं, असम में भी चुनाव के बाद इस बार सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री ना बनाकर हेमंत बिस्व सरमा को मुख्यमंत्री बनाया गया।
गडकरी की चुटकी: विधायक से लेकर CM तक सब दुखी हैं, पता नहीं कब पद चला जाए
जयपुर. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) अक्सर अपने बेबाक टिप्पणियों (Comments) को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। 13 सितंबर को जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी बयान की चर्चाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जो मुख्यमंत्री बनते हैं, वो इसलिए परेशान रहते हैं कि पता नहीं कब हटा दिया जाए। गडकरी का बयान तब आया, जब गुजरात (Gujarat) में भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे। गुजरात में विजय रूपाणी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
राजस्थान विधानसभा के कार्यक्रम में गए थे गडकरी
नितिन गडकरी राजस्थान विधानसभा के एक कार्यक्रम में गए थे। वहां उन्होंने कहा कि आजकल हर किसी की समस्या है, हर कोई दुखी है। विधायक इसलिए दुखी हैं, क्योंकि वो मंत्री नहीं बन पाए। मंत्री इसलिए दुखी हैं, क्योंकि उन्हें अच्छा विभाग नहीं मिला। अच्छे विभाग वाले इसलिए दुखी हैं, क्योंकि वो मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। जो मुख्यमंत्री बन पाए वो इसलिए दुखी हैं, क्योंकि कब रहेंगे और कब जाएंगे, इसका भरोसा नहीं है। राजनीति का मुख्य उद्देश्य आम लोगों के जीवन में बदलाव लाना ही है, लेकिन आजकल इसे सिर्फ सत्ता हथियाने से जोड़कर देखा जाने लगा है। लोकतंत्र का मुख्य लक्ष्य समाज के अंतिम व्यक्ति को लाभ पहुंचाने है।
लगातार मुख्यमंत्रियों को बदल रही है बीजेपी
बीजेपी ने बीते कुछ महीनों में कई मुख्यमंत्रियों को अचानक बदल दिया। पहले उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह तीरथ सिंह रावत को लाया गया, बाद में उन्हें भी बदलकर पुष्कर सिंह धामी को लाया गया। फिर कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा की जगह बासवराज बोम्मई को लाया गया। सितंबर में गुजरात में विजय रूपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया। वहीं, असम में भी चुनाव के बाद इस बार सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री ना बनाकर हेमंत बिस्व सरमा को मुख्यमंत्री बनाया गया।