DELHI. कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकाली जा रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 21 सितंबर को केरल के कोच्चि पहुंचेगी। यात्रा के आगमन पर कोच्चि शहर में स्थानीय कांग्रेस द्वारा बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रहीं हैं। यात्रा के स्वागत के लिए शहर भर में पोस्टर लगाए जा रहे हैं। इस दौरान स्वतंत्रता सेनानियों के एक पोस्टर पर वीर सावरकर का फोटो दिखाई दिया। बीजेपी के एक नेता ने कांग्रेस की यात्रा के दौरान वीर सावरकर की फोटो दिखने को लेकर जहां राहुल गांधी से लेकर जवाहर लाल नेहरू तक चुटकी ली, वहीं कांग्रेस की ओर से जबरदस्त पलटवार किया गया। उसने भी इस मामले में वीर सावरकर की माफी और अटल बिहारी वाजपेयी की बटेश्वर केस की गवाही से जुड़े विवाद को सामने कर दिया। कांग्रेसियों को जैसे ही इसकी जानकारी लगी, उन्होंने आनन-फानन में उसके ऊपर गांधी जी की फोटो लगा दी।
क्यों छिपाई गई फोटो
कांग्रेस ने कभी सावरकर को स्वतंत्रता सेनानी नहीं माना क्योंकि कांग्रेस का कहना है कि सावरकर ने अंग्रेजों से लड़ने के बजाय हमेशा उनसे माफी मांगी हैं। इस वजह से विनायक दामोदर सावरकर की तस्वीर को महात्मा गांधी की तस्वीर से ढक दिया गया। जिस तस्वीर को 21 सितंबर को कोच्चि में लगाया गया था। सैनानियों के पोस्टर में केवल वीर सावरकर के पोस्टर को ही हटाया गया।
विधायक पीवी अनवर वीडियो पोस्ट किया
केरल के निर्दलीय विधायक पीवी अनवर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के तहत चेंगमनाद में रखे गए स्वतंत्रता सेनानियों के पोस्टर में सावरकर की तस्वीर भी है। कार्यकर्ताओं ने बाद में इसे महात्मा गांधी की एक तस्वीर के साथ कवर किया। फेसबुक पोस्ट में विधायक अनवर लिखते हैं कि जब यह बताया गया कि अलुवा में भारत जोड़ो यात्रा के पोस्टर पर सावरकर की तस्वीर थी, तो मुस्लिम लीग का कथन था कि पोस्टर कर्नाटक का है, जहां बीजेपी ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान पोस्टर लगाया था। लेकिन पोस्टर केरल का है कर्नाटक का नहीं। कांग्रेस ने महात्मा गांधी की छवि के साथ सावरकर की छवि को कवर करके अपनी गलती को सुधारा।