GUNA. गुना की चाचौड़ा विधानसभा से एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक बीजेपी नेता और पूर्व विधायक पैसे की वसूली करती हुईं नजर आ रही है। वीडियो में ममता मीना हैं जिन्होंने जनपद सदस्य के चुनाव में वोट के लिए पैसे बांटे थे लेकिन मैनेज से कम वोट मिलने पर वे उस सदस्य के घर दोगुना पैसा वसूलने के लिए पहुंच गई जिसने वोट नहीं दिया था। वीडियो एक हफ्ते पुराना बताया जा रहा है।
#गुना में चाचौड़ा की पूर्व बीजेपी विधायक ममता मीना का वीडियो वायरल। चाचौड़ा जनपद अध्यक्ष के चुनाव में समर्थक को कम वोट मिले तो पंचायत सदस्य से दोगुने पैसे वसूलने पहुंचीं। पैसे नहीं लौटाने पर दी घर गिराने की धमकी। @MamtaMeenaBJP @BJP4MP @INCMP @ChouhanShivraj @OfficeOfKNath pic.twitter.com/bLiFXj7JBq
— TheSootr (@TheSootr) September 4, 2022
पैसे नहीं लौटाने पर घर गिराने की धमकी
वायरल वीडियो कुंभराज के पास आमलिया गांव का है। सूत्र बताते हैं कि चाचौड़ा विकासखण्ड की जनपद पंचायत में बीजेपी और कांग्रेस के उमीदवारों को लेकर घमासान मचा था। चाचौड़ा विधानसभा से कांग्रेस से विधायक लक्ष्मण सिंह हैं जिनसे बीजेपी की प्रत्याशी ममता मीना हार गई थी। इसलिए जनपद सीट पर बीजेपी को जिताने की जिम्मेदारी ममता मीना को मिली थी। बीजेपी के लिए जनपद सदस्य के वोट पक्ष में खरीदे जाने की हवा चली थी। मैनेजमेंट के चलते एक वोट से कांग्रेस प्रत्याशी सरोज देवेंद्र मीना पातोली की हार हो गई थी। वहीं बीजेपी के मैनेज वोट में किसका वोट नहीं मिला है उसका पता चलते ही ममता मीना उसके घर पहुंच गईं और दोगुने पैसे मांगे। पैसे नहीं देने पर उन्होंने घर गिराने की धमकी दी।
ममता मीना के समर्थक को मिले 12 वोट
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी नेता ममता मीना के समर्थक को 12 वोट मिले। वहीं देवेंद्र-सरोज को 11 वोट मिले। ममता मीना ने 14 वोट खरीदे थे लेकिन 12 ही मिले जिससे वे नाराज थीं। आपको बता दें कि ममता मीना ओर उनके पति रघुबीर मीना वर्तमान में जिला पंचायत के निर्वाचित सदस्य हैं। वहीं ममता मीना का क्षेत्र के साथ भोपाल की राजनीति सहित सरकार में भी अच्छा खासा दखल है। ममता के पति रघुबीर मीना रिटायर आईपीएस अधिकारी भी हैं।
जनपद अध्यक्ष चुनाव के पहले हुई थी खरीद-फरोख्त
सरोज बाई मीना जनपद अध्यक्ष चुनाव की प्रत्याशी के पति ने कहा कि चुनाव के पूर्व जमकर खरीद-फरोख्त हुई और जनपद सदस्यों को डराया धमकाया गया जिससे जो वोट हमारे पक्ष में थे वो बीजेपी को मिल गए।