Singrauli. नगर पालिक निगम सिंगरौली में प्रत्याशी चयन को लेकर चल रही कश्मकश के दौर के बीच भाजपा द्वारा एक प्रबल दावेदार को नगर पालिका सीधी का चुनाव प्रभारी बना दिए जाने से एक ओर जहां नई संभावनाओं को जन्म दे दिया गया है वहीं उन कयासों पर विराम लग गया जिसमें यह कहा जा रहा था कि उनकी टिकट पक्की है।
चुनाव प्रभारी बनाए गए शाह
कांग्रेस द्वारा महापौर प्रत्याशी के रूप में अरविंद सिंह चंदेल के नाम पर अधिकृत मुहर लगा देने के बाद राजनैतिक जानकारों द्वारा यही अंदाजा लगाया जा रहा था कि भाजपा द्वारा अब कांग्रेसी रणनीति के काट स्वरुप पिछड़ा वर्ग से ही किसी दमदार चेहरे को बतौर महापौर प्रत्याशी मैदान में उतार जा सकता है। इस नजरिए से सिंगरौली भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रामनिवास शाह की उम्मीदवारी सबसे प्रबल मानी जा रही थी लेकिन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा द्वारा शुक्रवार को सूची जारी की जिसमें शाह को नगर पालिका सीधी में चुनाव प्रभारी बना दिया गया है। इस तरह से माना जा रहा है कि उनकी दावेदारी को एक तरह से खारिज कर दिया गया है।
ओबीसी से दो चेहरे, विधायक की चलेगी?
यदि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष की गाइडलाइन पर चलती है तो एक बार फिर से गिरीश द्विवेदी एवं शिवेन्द्र बहादुर सिंह जैसे सामान्य वर्ग से दावेदारी पेश कर रहे खांटी भाजपाइयों को अवसर मिल सकता है और यदि पिछड़ा वर्ग को तवज्जो मिलती है तो चन्द्र प्रताप विश्वकर्मा और कई सालों से भाजपा कार्यालय मंत्री की जिम्मेदारी उठा रहे कृष्ण कुमार कुशवाहा या फिर विधायक रामलल्लू वैश्य के पसंदीदा को अवसर मिल सकता है। बता दें कि प्रबल दावेदार भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व सिंगरौली भाजपा के पूर्व प्रत्याशी कांति शीर्ष देव सिंह को रीवा नगर निगम का चुनाव प्रभारी बनाया जा चुका है। हालांकि इनके द्वारा कोई दावेदारी नहीं प्रस्तुत की गई है लेकिन पार्टी के निर्देश पर मैदान में उतरने से परहेज भी नहीं था जिससे इनके प्रति की भी कोई संभावना खारिज ही मानी जा सकती है।