BHOPAL. पिछले दो महीने से मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की धूम थी, जो आज यानी 13 जुलाई को शांत हो गई। आज प्रदेश में अंतिम चरण का मतदान किया गया। 6 जुलाई को प्रथम चरण के लिए मतदान हुआ था, जिसमें 11 नगर निगम के लिए वोटिंग हुई थी। वहीं 13 जुलाई को हुए दूसरे और अंतिम चरण में 5 नगर निगम के लिए मतदान हुआ। जुलाई 2022 में हुए पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव को प्रदेश की राजनीति में 2023 के विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। इसलिए इन चुनावों को राजनैतिक पार्टियां सत्ता के सेमीफाइनल की तरह देख रहीं हैं। द सूत्र ने भी जानना चाहा कि प्रदेश की राजनीति का रंग कैसा है, इस बार ऊंट किस करवट बैठने वाला है। साथ ही हम आपको बताएंगे निकाय चुनाव में जनता के रुझान।
द सूत्र ने एग्जिट पोल ऐसे किया
मध्यप्रदेश में मुख्य रूप से दो पार्टियों (बीजेपी और कांग्रेस) के बीच चुनाव लड़ा जाता है। इस बार आम आदमी पार्टी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। नगरीय निकाय चुनाव में भाग ले रहीं सभी पार्टियां और प्रत्याशी दावा कर रहे थे कि जीत उन्हीं की होगी। लेकिन सबकी जीत तो संभव नहीं है। इसलिए हमने आपको सच्चाई से रू-ब-रू कराने के लिए एग्जिट पोल किए। हमने द सूत्र की वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से पोल करवाया। ये पोल अलग-अलग नगर निगम के लिए करवाए गए थे। इस पोल में हमने व्यवस्था कर रखी थी कि एक व्यक्ति एक बार ही वोट कर पाए, ताकि शहर का माहौल पता चल सके। इसके अलावा हमने अपने स्थानीय रिपोर्टर से भी शहर की स्थिति जानी। साथ ही शहर के राजनैतिक जानकार, शिक्षाविद्, समाजविद् और आमजन से राय ली। इसके आधार पर हमने अपना एग्जिट पोल तैयार किया।
यहां बीजेपी का होगा कब्जा
केंद्र की सत्ता और राज्य की सरकार इस समय बीजेपी के पास है। लेकिन नगरीय निकाय चुनाव के बाद किन-किन शहरों में बीजेपी अपनी सरकार बनाएगी ये देखने वाली बात होगी। हमारे एग्जिट पोल में जो तस्वीर निकलकर आई है वो इस तरह है कि इंदौर, देवास, सतना और खंडवा में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। यानी प्रदेश की इन 4 नगर निगमों पर बीजेपी काबिज हो सकती है।
यहां कांग्रेस का होगा कब्जा
आठ साल से केन्द्र की सत्ता से दूर कांग्रेस इन चुनावों को 2023 के विधानसभा चुनाव से जोड़कर देख रही है। कमलनाथ के सत्ता से बाहर होने के बाद कांग्रेस निराशा के दौर से गुजर रही है। उसे नगर निगम चुनाव से खासी उम्मीदें हैं। हमारे एग्जिट पोल में आए नतीजों से स्पष्ट हो रहा है कि निकाय चुनाव कांग्रेस के लिए नई ऊर्जा दे सकते हैं। छिंदवाड़ा और जबलपुर नगर निगम पर कांग्रेस की एकतरफा बढ़त दिखाई दे रही है। यानी यहां कांग्रेस की सरकार बनेगी।
इन जगहों पर होगी कांग्रेस को बढ़त
इसके अलावा 6 नगर निगम ऐसी भी हैं, जहां पर कांग्रेस आगे दिखाई दे रही है। भोपाल, सागर, बुरहानपुर, ग्वालियर, उज्जैन और मुरैना में कांग्रेस की जीत हो सकती है। यहां पर बीजेपी लड़ाई में कांग्रेस से पीछे दिखाई दे रही है। वहीं कांग्रेस मेयर की कुर्सी के कबीर जाती दिख रही है।
यहां होगा त्रिकोणीय मुकाबला
सिंगरौली और कटनी में त्रिकोणीय मुकाबला दिखाई दे रहा है। दिल्ली में अपने राजनीतिक भविष्य की शुरुआत करने वाली आम आदमी पार्टी पंजाब में सफलता का लोहा मनवा चुकी है। अब वह सिंगरौली के रास्ते मध्यप्रदेश की राजनीति में जमीन तलाश रही है। यहां पर आम आदमी पार्टी अपना खाता खोल सकती है। लेकिन तस्वीर साफ नहीं है। वहीं बीजेपी से बागी हुए उम्मीदवार ने कटनी का खेल उलझा दिया है। यहां बीजेपी-कांग्रेस के साथ निर्दलीय उम्मीदवार मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहा है।