NEW DELHI. दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद रविवार को आम आदमी पार्टी ने भी बिहार में लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। आम आदमी पार्टी के इस ऐलान के बाद I.N.D.I.A गठबंधन में टकराव होना तय है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि, बिहार में जैसा विकास अबतक हो जाना चाहिए था वो नहीं हुआ है, इसलिए वहां चुनाव लड़ना जरूरी हो गया है।
बिहार में संगठन विस्तार करना चाहती है आप
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री संदीप पाठक का कहना है कि, बिहार में हमने संगठन विस्तार को लेकर चर्चा की है। इस बैठक में दिल्ली के विधायक और आम आदमी पार्टी के बिहार चुनाव प्रभारी अजेश यादव मौजूद थे। इसके अलावा इस बैठक में बिहार के पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद थे। संदीप पाठक का कहना है कि, बिहार के लोग खुद चाहते हैं कि, पार्टी बिहार में चुनाव लड़े। हमारे पास वहां काम करने वाले कई लोग हैं, उन लोगों को यह बताने की जरूरत नहीं है कि, राजनीति क्या होती है।
पिछड़ा राज्य रह गया है बिहार: AAP
आप के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि, बिहार गंदी राजनीति का शिकार हुआ है। इस वजह से बिहार आज उतना आगे नहीं बढ़ पाया जितना उसे होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि, आप जहां भी चुनाव लड़ो पूरी तैयारी के साथ लड़ो। सिर्फ चुनाव लड़ने से कोई फायदा नहीं होने वाला।
आरजेडी हुई आग बबूला
बिहार में आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद आरजेडी आग बबूला हो गई है। आरजेडी ने आम आदमी पार्टी को याद दिलाते हुए कहा कि I.N.D.I.A गठबंधन के समय कुछ सिद्धांत तय किए गए थे। उन सिद्धांतों का आम आदमी पार्टी को पालन करना चाहिए। आरजेडी के सांसद मनोझा झा ने आप की तरफ इशारा करते हुए कहा कि, गठबंधन के समय यह बात तय हुई थी कि, जिस पार्टी का जहां वर्चस्व है वो पार्टी वहीं सीमित रहेगी।
कांग्रेस की नजर दिल्ली की लोकसभा सीटों पर
आम आदमी पार्टी से पहले कांग्रेस दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर चुनाव की तैयारियां शुरू कर चुकी है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि, पार्टी नेतृत्व उनसे दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर तैयारी मजबूत करने की बात कह चुका है। कांग्रेस नेताओं के इस तरह के बयान के बाद आम आदमी पार्टी ने उनसे सवाल किया था कि, अगर अकेले चुनाव लड़ना है तो I.N.D.I.A गठबंधन बनाया ही क्यों ?
अपना संगठन मजबूत करना चाहती है कांग्रेस
कांग्रेस नेत्री अलका लांबा खुद इस बात को मान चुकी हैं कि, एक मीटिंग में राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे, केसी वेणुगोपाल और दीपक बाबरिया मौजूद थे, जिसमें संगठन में मौजूद कमजोरियों को दूर करने पर चर्चा हुई थी। अलका लांबा ने कहा कि, दिल्ली की सातों सीटों पर हमें मजबूती के साथ चुनाव लड़ना है।