दिल्ली के सीएम के घर के 45Cr के रेनोवेशन पर बवाल जारी, 2013 में केजरीवाल ने 7 शपथ ली थीं, कहा था- सामान्य घर में रहूंगा, जानें सब

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Atul Tiwari
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दिल्ली के सीएम के घर के 45Cr के रेनोवेशन पर बवाल जारी, 2013 में केजरीवाल ने 7 शपथ ली थीं, कहा था- सामान्य घर में रहूंगा, जानें सब

NEW DELHI. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के दिल्ली वाले बंगले पर राजनीति गरमा गई है। टाइम्स नाउ नवभारत के ऑपरेशन शीशमहल के खुलासे के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं। रिपोर्ट में बताया कि केजरीवाल के बंगले के रेनोवेशन पर 45 करोड़ खर्च हुए हैं। यह भी बताया गया कि यह रेनेवोशन उस समय हो रहा था, जब दिल्ली कोरोना की भीषण महामारी से जूझ रही थी। तो क्या केजरीवाल बदल गए हैं? दिल्ली के मुख्यमंत्री ने 2013 में एक शपथ पत्र में 7 बातें कही थीं। अब ये पत्र वायरल हो रहा है। जानें इस पत्र में क्या है...



केजरीवाल ने तब लिखा था- मैं चुनाव लड़ने का इच्छुक हूं। मैं जीतने के बाद इन बातों का पालन करूंगा...




  • 1. मैं लालबत्ती की गाड़ी नहीं लूंगा/ लूंगी।


  • 2. मैं अपने लिए अनावश्यक सुरक्षा नहीं लूंगा/लूंगी। सुरक्षाबल नेताओं की सुरक्षा के लिए नहीं बल्कि आम आदमी की सुरक्षा के लिए होने चाहिए। नेता को आम आदमी से ज्यादा सुरक्षा नहीं होनी चाहिए।

  • 3. मैं बड़ा बंगला नहीं लूंगा/लूंगी। आम आदमी की तरह सामान्य घर में रहूंगा/रहूंगी।

  • 4. मैं स्वराज की धारणा से पूरी तरह से सहमत हूं कि जनतंत्र में सत्ता सीधे जनता के पास होनी चाहिए, ना कि नेताओं और अफसरों के पास ऐसा कानून लाने के लिए मैं हर कोशिश करूंगा/करूंगी। लेकिन जब तक ऐसा कानून नहीं आता, मैं तब तक अपना हर काम अपने क्षेत्र की जनता से पूछ कर करूंगा/करूंगी।

  • 5. मैं जनलोकपाल बिल और चुनाव सुधार के प्रति प्रतिबद्ध हूं। ऐसे कानून जल्द से जल्द आएं, इसके लिए मैं पूरी कोशिश करूंगा/करूंगी।

  • 6. बिना लोगों की मर्जी के उनकी जमीन छीनने की ताकत सरकार को नहीं होनी चाहिए, ऐसा कानून लाने के लिए भी मैं पूरा प्रयास करूंगा/ करूंगी।

  • 7. मैंने आम आदमी पार्टी की विचारधारा एवं उद्देश्यों को अच्छी तरह पढ़ एवं समझ लिया है और मैं इससे पूर्णतः सहमत हूं। उम्मीदवार चयन प्रक्रिया को भी मैंने पढ़ लिया है और मैं इससे पूर्णतः सहमत हूं।



  • केजरीवाल पर कांग्रेस का निशाना




    — Ajay Maken (@ajaymaken) April 25, 2023



    बीजेपी का दावा



    यह केजरीवाल के घर का रेनोवेशन नहीं, बल्कि पुराने की जगह नया ढांचा तैयार किया गया है। इसमें उनका कैंप कार्यालय भी है। इस मामले में सूत्रों का दावा है कि दस्तावेज से पता चलता है कि 43.70 करोड़ रुपए की स्वीकृत राशि के बजाय सिविल लाइंस के 6, फ्लैट स्टाफ रोड स्थित केजरीवाल के सरकारी आवास की शक्ल बदलने पर 44.78 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। सूत्रों का दावा है कि दस्तावेज में 9 सितंबर 2020 से जून 2022 के बीच 6 बार में राशि खर्च की गई।



    बीजेपी ने ये आरोप भी लगाया कि आवास के सौंदर्यीकरण पर उस वक्त करीब 45 करोड़ खर्चे गए, जब दिल्ली कोविड-19 महामारी से जूझ रही थी। केजरीवाल से इस पर जवाब मांगा कि इतनी बड़ी राशि आखिरकार उस वक्त खर्च की गई, जब सार्वजनिक विकास कार्य ठप थे। इससे साफ होता है कि केजरीवाल एक घर में नहीं, बल्कि एक शीश महल में रहते हैं। उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। 



    बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि आवास के लिए खरीदे गए 8 नए पर्दों में से एक की कीमत 7.94 लाख रुपए से ज्यादा है, जबकि सबसे सस्ता 3.57 लाख रुपए का है। दस्तावेजों का हवाला देते हुए बीजेपी ने कहा कि 1.15 करोड़ रुपए से ज्यादा के मार्बल वियतनाम से लाए गए थे, जबकि 4 करोड़ लकड़ी की दीवारों पर खर्च किए गए। पात्रा ने दावा किया कि केजरीवाल ने मीडिया हाउस को इस स्टोरी को सामने नहीं लाने के लिए 20 से 50 करोड़ तक की पेशकश की, लेकिन न्यूज चैनलों ने इसे नहीं माना।



    दस्तावेज के मुताबिक किया गया कुल खर्च 




    • इंटीरियर डेकोरेशन पर 11.30 करोड़


  • पत्थर और संगमरमर के फर्श पर 6.02 करोड़

  • इंटीरियर कंसल्टेंसी पर 1 करोड़

  • बिजली फिटिंग और उपकरणों पर 2.58 करोड़

  • फायर ब्रिगेड सिस्टम पर 2.85 करोड़

  • अलमारी पर 1.41 करोड़

  • सामान फिटिंग, किचन इक्विपमेंट्स पर 1.1 करोड़    



  • मुख्यमंत्री के सरकारी आवास स्थित कैंप कार्यालय के लिए स्वीकृत 9.99 करोड़ के अलावा 8.11 करोड़ रुपए खर्च किए गए।



    आप ने किया केजरीवाल का बचाव



    आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने इस मामले में पलटवार किया है। उन्होंने दावा किया कि मोदी के 'दोस्त' डोनाल्ड ट्रम्प के तीन घंटे के दौरे पर करीब 80 करोड़ रुपए खर्च किए गए। गुजरात और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री अपने लिए 200 करोड़ के हवाई जहाज लेते हैं, लेकिन इसकी कहीं चर्चा नहीं होती। कक्कड़ ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल को 1942 में एक एकड़ से भी कम एरिए में बना बंगला आवंटित किया गया। इसकी छतें तीन बार गिर चुकी हैं। एक बार उनके माता-पिता के कमरे की छत गिर गई। एक बार वहां छत गिरी, जहां जनता दरबार लगाया गया था। एलजी के 6 एकड़ में फैले बंगले की पुताई और मरम्मत में दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर बनाने के खर्च से अधिक होती है।


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