AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने राजस्थान की राजनीति में आने के लिए कमर कस ली है। जयपुर दौरे पर आए औवेसी ने कहा कि दिसंबर में राजस्थान में संगठन तैयार किया जाएगा। ओवैसी ने कहा कि मेरा इरादा यह है कि आज से डेढ-दो महीने के अंदर राजस्थान में पार्टी की गतिविधियां शुरू हो जाएं। राजस्थान में थर्ड फ्रंट के लिए जगह है। राज्य की जनता भाजपा और कांग्रेस दोनों से परेशान है। यहां के माइनॉरिटी को एक राजनीतिक आवाज और प्लेटफार्म मिले, इसके लिए कोशिश की जाएगी।
राजनीतिक रूप से मुसलमानों को मजबूत होना पड़ेगा
मुसलमानों का राजनीतिक रूप से सशक्त होना जरूरी ओवैसी ने आगे कहा कि उनकी भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के नेता छोटुभाई वसावा से भी मुलाकात हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य में अल्पसंख्यकों की राजनीतिक आवाज नहीं के बराबर है। ऐसे में हम माइनॉरिटी के साथ दलित, एसटी सहित दूसरे कास्ट से भी बातचीत होगी। हमारी पार्टी सबका एजेंडा रखेगी। सबकी बात होगी।'
राज्य के मुस्लिम विधायक शो पीस हैं
ओवैसी ने राजस्थान में मुस्लिम विधायकों को शो-पीस कहकर निशाना साधा। जब तक माइनॉरिटी की स्वतंत्र आवाज नहीं होगी, तब तक ये शो पीस ही हैं। मुसलमान सबसे बड़ी माइनॉरिटी है। उसका पॉलिटिकल एम्पावरमेंट होना बहुत जरूरी है। इससे संसदीय लोकतंत्र में विश्वास बढ़ेगा। देश मजबूत होगा।'