राजगढ़. बुधवार को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के गढ़ में बीजेपी ने प्रदेश स्तर की बैठक (BJP Meeting) की। इस बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) ने कहा कि 2023 के लिए जावली साबित होगा राजगढ़ (Rajgarh)। वीडी शर्मा के इस बयान ने एक बार फिर जावली शब्द को चर्चा में ला दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) अपने घर में ही अप्रांसगिक हो चुके हैं। अगर कांग्रेस ऐसे घिसे पिटे मोहरों पर दांव लगा रही है तो बीजेपी के लिए अच्छी बात है।
भाजपा का जावली प्रोजेक्ट
2003 के विधानसभा चुनाव (2003 Assembly election) में भाजपा ने एक वार रूम बनाया था। इसमें कांग्रेस की तत्कालीन दिग्विजय सिंह सरकार के खिलाफ चुनावी रणनीति तैयार करने के लिए 74 बंगले में अलग से कार्यालय तैयार किया गया था। स्वर्गीय अनिल माधव दवे (Anil madhav dave) इसका नेतृत्व कर रहे थे। यहीं से तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के लिए मिस्टर बंटाढार का विशेषण निकला था, जो खूब चर्चित हुआ था। जिसका नतीजा यह रहा कि कांग्रेस यह चुनाव हार गई थी।
इतिहास में जावली
छत्रपति शिवाजी (Shivaji) के समय जावली (Jawali), महाराष्ट्र में 17वीं सदी की एक छोटी-सी रियासत थी। बीजापुर के सुल्तान अली आदिलशाह द्वितीय के षड्यंत्र में शामिल होकर जावली का राजा चंद्रराव मोरे, शिवाजी को पकड़ना चाहता था। लेकिन इसके पहले ही शिवाजी ने 1656 ई. में चंद्रराव मोरे को मारकर जावली पर अपना अधिकार कर लिया। जावली विजय को छत्रपति शिवाजी की सबसे बड़ी राजनीतिक सूझबूझ वाला अभियान माना जाता है।
राजगढ़ बैठक में BJP का नया प्लान
राजगढ़ मीटिंग (Rajgarh Meeting) में बैठक में प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, मध्य प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, मध्य प्रदेश सहसंगठन मंत्री हितानंद शर्मा, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश समेत प्रदेशभर के 55 पदाधिकारी शामिल हैं। बैठक के बाद वीडी शर्मा ने कहा कि कार्यकर्ता को काम, विधानसभा चुनाव में जीत और संगठन पर्व को लेकर बैठक में मंथन हुआ है। इसके अलावा उन्होंने प्रत्येक जिलों में 71 धार्मिक स्थल पर स्वच्छता अभियान चलाने के साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ कराने पर भी जोर दिया।