Patna. बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान बीजेपी हमलावर रही। कार्यवाही के दौरान बीजेपी विधायकों ने कुर्सियां फेंककर हंगामा किया। बीजेपी विधायक वेल में आकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। कुर्सी-टेबल उठाकर पटकने लगे। हंगामा के चलते कार्यवाही सिर्फ 16 मिनट ही चली। कार्यवाही को बुधवार (12 जुलाई) सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। हंगामे के बीच विधानसभा में बिहार माल एवं सेवा कर संशोधन विधेयक 2023 पेश किया गया और उसे स्वीकृति भी मिल गई। हंगामे के बीच अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि सदन को संभालें जनता देख रही है।
मोबाइल फोन लेकर सदन में नहीं आएं...
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा- मैं सदन को सुचारु रूप से चलाना चाहता हूं। बाधित करने कि कोशिश अनुचित है। सदन को शांति से चलाने में सहयोग करें। मोबाइल फोन लेकर सदन में नहीं आएं। हालांकि इस दौरान विपक्ष हंगामा करता रहा। बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने कहा कि जब तक तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे, सदन चलने नहीं देंगे। और हुआ भी कुछ ऐसा ही। बीजेपी के विधायक चार्जशीटेड डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस्तीफा दो, इस्तीफा दो के नारे लगाते रहे।
महंगाई और मणिपुर हिंसा पर सत्ता पक्ष के विधायकों का प्रदर्शन
देश में बढ़ती महंगाई और मणिपुर हिंसा पर सत्ता पक्ष ने विधानसभा में प्रदर्शन किया। उन्होंने नरेंद्र मोदी के खिलाफ हाय-हाय के नारे लगाए और महंगाई खत्म करने की मांग की। शिक्षक नियुक्ति के मामले पर लेफ्ट पार्टियों ने विधानसभा में प्रदर्शन किया। विधायक सुदामा प्रसाद ने कहा कि सरकार डोमिसाइल नीति को लागू करें। शिक्षकों को राज्यकर्मियों का दर्जा दिया जाए।
बीजेपी को बिहार के विकास की चिंता नहीं: तेजस्वी
बीजेपी की ओर से सदन में हंगामा किए जाने पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी को बिहार के विकास की चिंता नहीं है। उनको सदन चलने देना चाहिए, लेकिन चलने नहीं दिया जा रहा। बीजेपी के पास मुद्दा नहीं है। इसलिए बहस से बच रहे हैं। हम तो तैयारी के साथ आए थे। सभी सवालों का जवाब देंगे, लेकिन प्रश्न काल चलने नहीं दिया गया। भाजपा का मकसद सिर्फ हंगामा करना है।
पहले दिन नीतीश कुमार ने दिखाई थी एकजुटता
सत्र के पहले दिन सदन सिर्फ 16 मिनट चला। सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एकजुटता भी दिखाई। नीतीश, तेजस्वी और पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव साथ-साथ विधानसभा पहुंचे। तीनों एक ही गाड़ी से एक साथ विधानसभा पहुंचे। शोक संवेदना के बाद सदन को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।
तेजस्वी यादव से इस्तीफा लेंगे या नहीं, जवाब दें सीएम- नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने इसे मौजूदा समय में राज्य का सबसे ज्वलंत मुद्दा करार दिया है। उन्होंने कहा कि केवल एफआईआर दर्ज होने पर मंत्री से इस्तीफा लेने वाले सीएम चार्जशीटेड डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से इस्तीफा क्यों नहीं ले रहे हैं? उन्होंने कहा कि सीएम तेजस्वी यादव से इस्तीफा लें या बर्खास्त करें। इस पर जवाब देना होगा।
जेडीयू का पलटवार- वाजपेयी के काम को भी भूल गई मोदी सरकार
जेडीयू की बैठक के बाद पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने बताया कि बीजेपी इतिहास बदलना चाहती है। राष्ट्रपिता के नाम को मिटाना चाहती है। काम का झूठा प्रचार करती है। इतना ही नहीं मौजूदा मोदी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी के काम को भी अधूरा छोड़ दिया है। बैठक में सभी विधायकों को मजबूती से एक साथ रहने का निर्देश सीएम की तरफ से दिया गया है।
एक्शन में लालू - बयानवीरों की जुबान पर लगाया ताला
हालिया दिनों में आरजेडी नेताओं के बयान से महागठबंधन में असंतोष का मैसेज आने लगा था। इसके डैमेज कंट्रोल के लिए अब खुद लालू यादव ने मोर्चा संभाला है। तेजस्वी यादव के सरकारी आवास में हुई पार्टी की बैठक में कई सख्त निर्देश दिए गए हैं। पार्टी की तरफ से निर्देश दिया गया कि अब पार्टी प्रवक्ता ही बयान देंगे। इनके अलावा किसी को कुछ भी कहने से मना कर दिया गया है। दरअसल, केके पाठक और शिक्षा मंत्री के टकराव पर आरजेडी के कई नेताओं ने अधिकारी पर अलग-अलग बयान दिए थे। इसके बाद सियासी अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया था।