RAIPUR. प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय को आज कांग्रेस में शामिल हुए 40 दिन से ज्यादा हो गए है। अब बीजेपी छत्तीसगढ़ कांग्रेस की सत्ता और संगठन में कोई जिम्मेदारी नहीं मिलने पर सवाल उठा रही है। 40 दिनों में नंदकुमार साय एक बार भी अपने क्षेत्र का दौरा भी नहीं कर पाए। ऐसे में क्या अब और कब तक नंदकुमार साय को कांग्रेस सत्ता-संगठन में जिम्मेदारी मिलेगी ? ऐसे सवाल उठाए जा रहे हैं।
1 मई को कांग्रेस में शामिल हुए थे नंदकुमार साय
छत्तीसगढ़ में इस चुनावी साल में सबसे बड़ा झटका बीजेपी को नंदकुमार साय के कांग्रेस प्रवेश से मिला। एक मई मजदूर दिवस को नंदकुमार साय ने राजीव भवन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ली। इस दौरान यह चर्चा हो रही थी कि नंदकुमार साय को कांग्रेस सत्ता या संगठन से जुड़े पदों पर जिम्मेदारी मिल सकती है। अब लगभग डेढ़ महीना होने को है लेकिन कुछ नहीं मिला। जिसे बीजेपी आदिवासियों का अपमान बता रही है।
साय को लेकर BJP ने उठाए सवाल
बीजेपी प्रवक्ता केदार कश्यप ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि नंदकुमार के प्रवेश के दौरान यह कहा गया था कि राहुल गांधी से बड़ा या समकक्ष कोई जिम्मेदारी मिलेगी। बीजेपी के इन आरोपों पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का कहना है कि हमारी पार्टी में नंदकुमार साय समेत सभी का सम्मान है। उनकी जिम्मेदारी जरूर तय होगी।
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मामले में क्या बोले नंदकुमार साय
कांग्रेस- बीजेपी के इन आरोप-प्रत्यारोप के बीच नंदकुमार साय का कहना है कि हम किसी पद के लिए नहीं बल्कि अपने सम्मान की सुरक्षा के लिए कांग्रेस आए हैं। हमें क्या मिलेगा नहीं मिलेगा यह कांग्रेस पार्टी विचार करेगी। निश्चित रूप से आदिवासी नेता नंदकुमार साय का अपने क्षेत्र में एक बड़ा जनाधार रहा है। ऐसे में कांग्रेस प्रवेश के बाद असमंजस में साय कैसे घर जाएं की स्थिति में है। वही कांग्रेस सत्ता और संगठन में भी साय के कद के अनुरूप जिम्मेदारी देने को लेकर असमंजस में दिखाई दे रही है।