BHOPAL. कांग्रेस अब चुनाव जीतने के लिए बीजेपी की तर्ज पर आगे बढ़ रही है। जिस तरह बीजेपी बूथ मैनेजमेंट पर ज्यादा फोकस कर रही है उसी तरह कांग्रेस भी बूथ पर माइक्रो मैनेजमेंट में जुट गई है। कांग्रेस का सबसे ज्यादा फोकस उन 66 विधानसभा सीटों पर है जहां उसको दशकों से जीत नसीब नहीं हो पाई है। इसके लिए उन नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है जो चुनावी राजनीति से गुजर चुके हैं। एक-एक नेता को दस से पंद्रह बूथों की जवाबदारी सौंपी जाएगी। इसमें खास बात ये भी है कि यदि कांग्रेस की सरकार बनती है तो इन नेताओं को सरकार में सरकार में हिस्सेदारी भी मिलेगी।
ऐसा है कांग्रेस का बूथ माइक्रो मैनेजमेंट
कांग्रेस ने बूथ का माइक्रो मैनेजमेंट शुरू कर दिया है। सबसे पहले बारी उन 66 सीटों की है जहां कांग्रेस लंबे समय से बीजेपी से हारती रही है। कांग्रेस इन सीटों पर सबसे पहले उम्मीदवार घोषित करने की तैयारी कर रही है साथ ही यहां पर बूथ प्रबंधन का काम भी किया जा रहा है। ये वही सीटें हैं जिनका जिम्मा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को दिया गया है और दिग्विजय इन सभी सीटों का दौरा कर इसकी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को सौंप चुके हैं। इन 66 सीटों पर 18 हजार से ज्यादा बूथ हैं। इन 18 हजार बूथों पर कांग्रेस अपने डेढ़ हजार नेताओं को तैनात कर रही है। ये वे नेता होंगे जो विधायक या सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा निगम-मंडल के अध्यक्ष रहे नेताओं को भी इस काम में लगाया जाएगा। कमलनाथ खुद यहां के मंडलम-सेक्टर की बैठक ले चुके हैं।
बूथ जिताओ-पद पाओ की योजना
कांग्रेस एक और योजना तैयार कर रही है बूथ जिताओ-पद पाओ। यानी ये नेता यदि बूथ जिताएंगे और कांग्रेस की सरकार बनेगी तो इनको निगम-मंडल और आयोगों में पद दिए जाएंगे। हालांकि इस बारे में पार्टी के नेता कैमरे के सामने नहीं बोलते हैं। इन बूथों पर एक और तैयारी की गई है। हर बूथ पर सरकार के पचास फीसदी भ्रष्टचार का प्रचार किया जाएगा। यहां पर सोशल मीडिया की टीम तैनात की जा रही है जो लोगों के बीच जाकर ये बताएगी कि सरकार में पचास फीसदी का भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
बीजेपी का 51 फीसदी वोट पाने का टारगेट
बूथ का माइक्रो मैनेजमेंट तो बीजेपी भी कर रही है। पार्टी ने बूथ संपर्क अभियान भी चलाया था जिसमें सीएम से लेकर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा तक शामिल हुए थे। बीजेपी ने बूथ जिताओ चुनाव जिताओ अभियान चलाया है। सारे बूथ के कार्यकर्ताओं को एप के जरिए मुख्यालय से जोड़ा है। पन्ना प्रभारी और अर्ध पन्ना प्रभारी तैनात किए हैं। अमित शाह ने बीजेपी को हर बूथ पर 51 फीसदी वोट का टारगेट सौंपा है।