NEW DELHI. संसद के बजट सत्र के 6वें दिन (7 फरवरी को) लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र कर महंगाई, बेरोजगारी, अग्निवीर योजना, गरीबी और अडाणी के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सेना के अफसरों और पूर्व सैनिकों ने बताया कि अग्निवीर योजना सेना की योजना नहीं है, इसे सेना पर थोपा गया है। इसे अजीत डोभाल ने थोपा। यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का आइडिया है। इतना ही नहीं राहुल ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी के विदेश दौरों में अडाणी को फायदा दिलाया जाता है।
अडाणी के मुद्दे पर घेरा
राहुल बोले- मैंने भारत जोड़ो यात्रा की। इस दौरान तमिलनाडु, केरल से हिमाचल तक हर राज्य में एक ही नाम सुनने को मिला। अडाणी, अडाणी, अडाणी। युवा पूछ रहे थे कि हमें भी अडाणी की तरह स्टार्टअप शुरू करना है। ये जिस बिजनेस में हाथ डालता है, उसी में सफल हो जाता है। अडाणी पहले दुनिया के अमीरों में 609 नंबर पर थे, कौन सा जादू हुआ कि नौ साल में नंबर दो पर पहुंच गए। इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने मोदी है तो मुमकिन है के नारे भी लगाए। राहुल ने कहा कि मेरे दो तीन सवाल पीएम मोदी जी से हैं। पहले अडाणी के हवाई जहाज में पीएम मोदी जाते थे, अब अडाणी पीएम मोदी के जहाज में जाते हैं।
- पीएम मोदी के विदेश दौरे में अडाणी और आप कितनी बार एक साथ गए।
अडाणी इतने जल्दी नंबर दो पर कैसे आ गए?
राहुल गांधी ने कहा कि आज जिस सड़क पर चलो और पूछो कि किसने बनाई है तो अडाणी का नाम आएगा। हिमाचल का सेब अडाणी का है। देश जानना चाहता है कि अडाणी के प्रधानमंत्री के साथ कैसे रिश्ते हैं। राहुल ने पीएम मोदी की एक पुरानी फोटो निकाली, जिसे लेकर सत्ताधारी सांसदों ने हंगामा किया। स्पीकर ओम बिड़ला ने राहुल गांधी को टोका और कहा कि पोस्टरबाजी ना करें। राहुल ने आरोप लगाया कि अडाणी 2014 में 609वें नंबर से इतने कम समय में दूसरे नंबर तक पहुंच गए। असली मैजिक तब शुरू हुआ जब मोदीजी दिल्ली आए। युवा हमसे पूछ रहे हैं कि अडाणी सिर्फ 8-10 सेक्टर्स में हैं, ऐसे में उनकी संपत्ति 2014 में 8 बिलियन डॉलर से 2022 में 140 बिलियन डॉलर कैसे पहुंच गई। एक नियम था, जिसके पास हवाई अड्डों का पूर्व अनुभव नहीं है, उन्हें एयरपोर्ट के विकास में शामिल नहीं किया जाता। भारत सरकार ने यह नियम बदल दिया।
ये अडाणी जी की विदेश नीति- राहुल
राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) अडाणी को लोन दे देता है। मैं उदाहरण दे रहा हूं, मोदी जी पूरी दुनिया में जाते हैं, क्या होता है। बांग्लादेश जाते हैं, वहां बांग्लादेश में इलेक्ट्रिसिटी बेचने का फैसला होता है, कुछ दिन बाद बांग्लादेश 25 साल का कॉन्ट्रैक्ट अडाणी के साथ कर लेता है। इसके बाद श्रीलंका में पीएम मोदी द्वारा दबाव डालकर अडाणी को प्रोजेक्ट दिलाते हैं। ये अडाणी की विदेश नीति है।
एलआईसी को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि अडाणी जी की मदद पीएम और हिंदुस्तान की सरकार कैसे करती है। हजारों करोड़ रुपए हिंदुस्तान के पब्लिक सेक्टर बैंक अडाणी जी को दे रहे हैं. एसबीआई, पीएनबी, जैसे बैंक शामिल हैं। इन बैंकों का पैसा, एलआईसी का पैसा अडाणी के पास जा रहा है। जैसे ही कोई इनके खिलाफ खड़ा होता है तो ईडी, सीबीआई की जांच एजेंसी बचाव में आ जाती हैं। कुछ दिन पहले हिंडनबर्ग रिपोर्ट आई। इसमें कहा गया कि अडाणी जी की शेल कंपनियां देश के बाहर हैं। ये हजारों करोड़ रुपए शेल कंपनियां भेज रही हैं, ये किसका पैसा है?
लोकसभा में ऐसे गरजे राहुल
- 2022 में श्रीलंका इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के चेयरमैन ने उनकी संसदीय कमेटी को बताया था कि उन्होंने (बोर्ड के चेयरमैन) श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को कहा था कि उन पर भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने दबाव डाला कि विंड पॉवर प्रोजेक्ट अडाणी को ही दें। ये भारत की विदेश नीति नहीं थी, ये अडाणी के लिए बिजनेस पॉलिसी बनाई गई थी।
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