NEW DELHI. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को ट्वीट कर दावा किया कि CBI ने उसके दफ्तर पर एक बार फिर छापा मारा है,सिसोदिया ने लिखा कि उन्होंने टीम का स्वागत किया। इधर, जांच एजेंसी ने सिसोदिया के छापे के दावे की से इनकार करते हुए कहा- हमारे अफसर उनके दफ्तर से कुछ कागज लेने गए थे। छापे जैसी कोई बात नहीं है। सिसोदिया ने अपने ट्वीट में लिखा था कि 'CBI उनके घर पर पहले भी छापा मार चुकी है, उनके गांव भी पहुंच चुकी है। CBI को उनके खिलाफ ना कुछ मिला है, ना कुछ मिलेगा।' मनीष सिसोदिया ने आगे लिखा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है, उन्होंने ईमानदारी से बच्चों की शिक्षा के लिए काम किया है, इसके लिए उन्हें बदनाम किया जा रहा है, लेकिन वे पीछे हटने वाले नहीं हैं, और बच्चों की शिक्षा के लिए लगातार काम करते रहेंगे।
आज फिर CBI मेरे दफ़्तर पहुँची है. उनका स्वागत है.
इन्होंने मेरे घर पर रेड कराई, दफ़्तर में छापा मारा, लॉकर तलशे, मेरे गाँव तक में छानबीन करा ली.मेरे ख़िलाफ़ न कुछ मिला हैं न मिलेगा क्योंकि मैंने कुछ ग़लत किया ही नहीं है. ईमानदारी से दिल्ली के बच्चों की शिक्षा के लिए काम किया है.
— Manish Sisodia (@msisodia) January 14, 2023
चार महीने पहले ली थी लॉकर की तलाशी
दिल्ली के उपराज्यपाल ने कथित आबकारी घोटाले की CBI जांच की सिफारिश की थी, एजेंसी ने सिसोदिया समेत कई अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। CBI ने इस केस में सिसोदिया से कई घंटे पूछताछ की थी और उनके आधिकारिक आवास पर छापे भी मारे थे। दिल्ली की शराब नीति में गड़बड़ी के मामले में जांच में जुटी CBI ने चार महीने पहले डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के लॉकर की भी तलाशी ली थी। इस दौरान मनीष सिसोदिया और उनकी पत्नी भी बैंक में मौजूद रहीं।
मनीष सिसोदिया बोले- पीएम मोदी की सभी जांचों मुझे क्लीन चिट
दिल्ली के डिप्टी सीएम ने कहा कि "जन्माष्टमी के दिन CBI ने मेरे घर पर रेड डाली थी, उस समय वो मेरी पत्नी के लॉकर की चाबी लेकर गई थी। आज CBI की टीम इसी लॉकर को खोलने के लिए बैंक में आई थी। उन्होंने हमें भी बुलाया था। लॉकर से मुश्किल से 70-80 हजार रूपए कीमत के जेवरात मिले हैं। जांच सबूत है कि मैं और मेरा परिवार साफ निकले हैं। प्रधानमंत्री की सारी जांच में मुझे क्लीन चिट है।"