भोपाल। क्या सोशल मीडिया (Social Media) पर किसी भी राजनीतिक सभा या कार्यक्रम के लाइक्स, कमेंट्स, शेयर और व्यूज की संख्या किसी पॉलिटिकल पार्टी (Political Party) की लोकप्रियता का पैमाना मानी जा सकती है ? लेकिन कांग्रेस के आईटी सेल (Congress IT Cell) ने सोशल मीडिया की रिपोर्ट के आधार पर बीजेपी के मुकाबले अपनी ज्यादा लोकप्रियता साबित करते हुए खंडवा लोकसभा के उपचुनाव (By Election) में जीत दर्ज करने का दावा कर दिया है। उसकी माने तो उपचुनाव की सियासी जंग में सोशल मीडिया पर पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamalnath) की एक सभा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) और बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) की पांच सभाओं पर भारी है। कांग्रेस आईटी सेल के इस दावे को बीजेपी (BJP) ने सिरे से खारिज किया है।
कांग्रेस का दावाः कमलनाथ की सभा शिवराज, वीडी पर भारी
मंगलवार को खंडवा (Khandwa) में कमलनाथ ने कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह पूरनी के समर्थन में आमसभा की थी। सभा को एमपी कांग्रेस के फेसबुक पेज (Congress Facebook) पर लाइव किया गया था। पार्टी के आईटी सेल का दावा है कि इस दौरान फेसबुक पेज पर 1 लाख 83 हजार व्यूज आए। मतलब इतने लोगों ने कमलनाथ की सभा को ऑनलाइन देखा है। इसकी तुलना में सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा की खंडवा लोकसभा क्षेत्र में विगत दिनों में हुईं पांच चुनावी सभाओं में व्यूअर्स की टोटल रीच सिर्फ 50 हजार 100 रही है।
बीजेपी की चुनौती, कांग्रेस व्यूज के बराबर वोट लेकर दिखाए
बीजेपी के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कांग्रेस के दावे पर तंज कसते हुए कहा कि खंडवा में कांग्रेस को इतने वोट भी नहीं मिलेंगे, जितने फेसबुक व्यूज मिलने का दावा किया जा रहा है। अग्रवाल ने चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस जनता से इतने वोट लेकर दिखाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर व्यूज कैसे मिलते है, ये सभी जानते हैं।
सोशल मीडिया में पिछड़ चुकी है BJP कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अभिनव बरोलिया ने कहा कि बीजेपी किस आधार पर उप चुनाव में जीत का दावा कर रही है। उसकी सरकार रोजगार, बिजली, सड़क, महिला सुरक्षा हर मुद्दे पर फेल है। बीजेपी के सोशल मीडिया पर पिछड़ने की बात तो बीजेपी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव (Murlidhar Rao) भी स्वीकार चुके हैं। इसी वजह से बीजेपी आईटी सेल के पूर्व प्रभारी शिवराज डाबी को हटाया गया था। सोशल मीडिया पर व्यूज लाना इतना आसान है तो भाजपा लाकर दिखाए।