RAIPUR. रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के कई शहरों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई चल रही है। इस बीच, छापे के बहाने सीएम भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज (28 मार्च) छत्तीसगढ़ में फिर ईडी का छापा है। कारोबारी, नेता, विधायक, अधिकारी, किसान, व्यापारी, नेता, अधिकारी, सब पर ईडी छापा मारती है, अब कोई ऐसा वर्ग नहीं बचा है, जहां छापा नहीं पड़ा हो। लेकिन भाजपा शासित राज्यों में छापा नहीं पड़ता है, क्योंकि वहां तो ईडी का ऑफिस ही नहीं है।
लखनऊ के लिए रवाना होने से पहले की मीडिया से चर्चा
लखनऊ के लिए रवाना होने से पहले एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जब तक ठाकरे सरकार थी, तब तक सभी सेंट्रल एजेंसियां सक्रिय थीं, लेकिन जब से सरकार बदली है और खरीद फरोख्त हुआ है। अब ओके वाली सरकार बनी है, इसलिए वहां छापे का काम नहीं रहा और ईडी नहीं जाती है। भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं के इशारे पर यह सब किया जा रहा है। ईडी को निष्पक्ष होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अडाणी पर ईडी छापा नहीं मारती है। नान घोटाला, चिटफंड और महादेव ऐप पर कार्रवाई नहीं करती है, क्योंकि इसमें भाजपा नेताओं के नाम हैं।
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अमित शाह के शब्दों में क्रोनोलाजी समझिए
सीएम ने कहा कि अमित शाह के शब्दों में क्रोनोलाजी समझिए। राहुल गांधी के बोलने के सवाल के बाद मुकदमा दर्ज हो जाता है। अडाणी के खिलाफ जांच की मांग कर रहे हैं तो भाजपा के लोग कहते हैं कि हमारे खिलाफ कार्रवाई है। क्या अडानी ही भाजपा है। हालांकि हिडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडाणी ने खुद कहा था, यह भारत पर हमला है। इसका मतलब क्या समझा जाए।
भाजपा के आरोपों का सीएम बघेल ने दिया जवाब
वहीं, छत्तीसगढ़ में 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की घोषणा के बाद पक्ष-विपक्ष के बीच तकरार जारी है। बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए सीएम बघेल ने कहा कि किसानों की मांग पर हमने यह घोषणा की है। किसानों की राशि को भाजपा रेवड़ी कहती है। भाजपा किसान विरोधी है और जनता इन्हें सबक सिखाएगी। बता दें कि भाजपा ने सरकार पर आरोप लगाया है कि प्रदेश में प्रति एकड़ धान की उत्पादकता की तुलना मेें ज्यादा खरीदी का वादा किया गया है। यह किसानों के लिए लागू राजीव गांधी न्याय योजना नहीं वरन् तस्कर अन्याय योजना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा मेें घोषणा की थी कि इस वर्ष से किसानोें का प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदा जाएगा।