संजय गुप्ता, INDORE. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 अगस्त के दिन एक साल में एक लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। अब 27 अगस्त को इंदौर में रोजगार कार्यक्रम अवसर पर एक और वादा किया है कि हर माह विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लगभग ढाई लाख लोगों को आजीविका से जोड़ा जाए। यानि यह एक तरह से रोजगार देने का वादा है।
किसी को भी मध्यप्रदेश की धरती पर निराश होने की जरूरत नहीं है। हम शिक्षा भी देंगे और लोगों को रोजगार से जोड़ने का भी काम करेंगे।#EmploymentInMP pic.twitter.com/c3M7QrOI1N
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 27, 2022
मध्यप्रदेश को धीरे-धीरे बेरोजगारी मुक्त बनाएंगे-सीएम शिवराज
रोजगार दिवस कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा राज्य है जहां बेरोजगारी की दर सबसे कम है। हमारे प्रयास हैं कि धीरे-धीरे प्रदेश को बेरोजगारी मुक्त बनाया जाए। किसी भी युवा को मध्यप्रदेश की धरती पर निराश होने की आवश्यकता नहीं है। यहां शिक्षा भी मिलेगी और शिक्षा के साथ रोजगार भी। उन्होंने बताया कि रोजगार की दृष्टि से इंदौर में आगामी वर्ष में दो महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 7 से 9 जनवरी 2023 तक प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन इंदौर में होगा जिसमें निवेश की संभावनाओं के नए अवसर प्रदेश के लिए खुलेंगे। इसी के साथ ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का भी आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिये चारों दिशाओं में प्रयास कर रही है।
स्वरोजगार के लिए 466 करोड़ की सहायता
स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत लाभान्वित हितग्राहियों को ऋण स्वीकृत और वितरण कार्यक्रम मुख्यमंत्री की उपस्थिति में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के माध्यम से 75 हजार से ज्यादा हितग्राहियों को स्वरोजगार के लिए 466 करोड़ रुपए की सहायता उपलब्ध कराई गई।
विवादों के बीच टॉय क्लस्टर का शिलान्यास
इसी दौरान सीएम ने विवादों में घिरे टॉय क्लस्टर का शिलान्यास भी किया। इंदौर में 2.84 करोड़ रुपए की लागत से ये मध्यभारत का पहला टॉय क्लस्टर होगा। किया। साथ ही उद्यमिता विकास प्रशिक्षण के लिये ई-लर्निंग मॉड्यूल का शुभारंभ भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 42 क्लस्टर स्वीकृत किए गए हैं जिनमें से आज 2.84 करोड़ रुपए की लागत से बने टॉय क्लस्टर का शुभारंभ इंदौर में किया गया। मध्यभारत के इस पहले टॉय क्लस्टर में 20 लघु इकाइयां स्थापित होंगी और दो हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस क्लस्टर के पहले चरण में 80 करोड़ रुपए का निवेश संभावित है।
रोजगार को लेकर सीएम ने बताईं उपलब्धियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं। 12 जनवरी 2022 को मध्यप्रदेश में पहला रोजगार दिवस आयोजित किया गया, जिसमें 5 लाख से अधिक प्रदेशवासियों को अलग-अलग योजनाओं के तहत रोजगार प्रदान किया गया। 31 मार्च 2022 तक लगभग 13 लाख हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ देकर 7 हजार करोड़ रुपए के ऋण स्वीकृत किए गए। इसी तरह 1 अप्रैल से 22 अगस्त 2022 तक लगभग 9 लाख 52 हजार लोगों को 6 हजार करोड़ रुपए के ऋण स्वीकृत किए गए।
1 साल में 1 लाख सरकारी नौकरी देने का है लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने बताया कि वे जल्द ही भोपाल में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम के माध्यम से 3 सितंबर को लगभग 16 हजार शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में भी भर्ती नियमित रूप से की जा रही है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश शासन का लक्ष्य है कि एक साल में लगभग एक लाख सरकारी नौकरी प्रदेशवासियों को दी जाए।
स्व-सहायता समूह की महिलाओं का टर्नओवर है 20 हजार करोड़ रुपए
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रदेश की स्व-सहायता समूह की महिलाएं चमत्कार कर रहीं हैं। वर्तमान में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किए जा रहे व्यवसाय का टर्नओवर 20 हजार करोड़ रुपए है। समूह द्वारा किए जा रहे उत्पादों के निर्माण के लिए हर महीने बैंकों से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।
क्लस्टर से मिलेंगे 4 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर-मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि मध्यप्रदेश पहला ऐसा प्रदेश है जिसने रोजगार दिवस जैसी अभिनव पहल शुरू की है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 42 क्लस्टर स्थापित किए जा रहे हैं जिनके माध्यम से अगले 3 सालों में 4 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होंगे।