नई दिल्ली: कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन अगले साल फरवरी के आखिरी हफ्ते में होगा। इसबार मेजबानी का मौका छत्तीसगढ़ कांग्रेस को दिया गया है। रविवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में कांग्रेस स्टेयरिंग कमेटी की बैठक हुई । ढाई घंटे चली इस बैठक में फैसला लिया गया कि संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया को पूरी करने के लिए पूर्ण सत्र का आयोजन किया जाए। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी बैठक में शामिल थे और भूपेश बघेल की सहमति से रायपुर में सत्र आयोजित करने का फैसला लिया गया।
2023 के अधिवेशन में बनेगी 2024 की रणनीति !
फरवरी के आखिरी हफ्ते में होने जा रहा ये अधिवेशन काफी अहम माना जा रहा है। अधिवेशन में हिस्सा लेने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के सामने गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव के नतीजे होंगे। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा खत्म हो चुकी होगी और यात्रा का फीडबैक भी सामने होगा। साथ ही 2023 में देश के 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तेलंगाना जैसे बड़े राज्यों के साथ त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड और मिजोरम भी शामिल है.
छत्तीसगढ़ के साथ बनेगी राजस्थान और मप्र की रणनीति
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तीनों राज्यों में सरकार बनाई थी। मप्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से बगावत के बाद सरकार गिर गई लेकिन राजस्थान और छत्तीसगढ़ अभी भी कांग्रेस के पास है। छत्तीसगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन का एक मकसद इन तीनों राज्यों में फिर से कांग्रेस की वापसी भी है। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस तीनों राज्यों के लिए इस अधिवेशन में रणनीति तैयार करेगी।
संगठन को मजबूत और जवाबदेह बनाना : खड़गे
कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, 'अगर कांग्रेस संगठन मजबूत होगा, जवाबदेह होगा, लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा, तो ही हम चुनावी जीत हासिल कर देश के लोगों की सेवा कर पाएंगे. मेरा मानना है कि पार्टी और देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी का सबसे बड़ा हिस्सा है- “Organizational Accountability from top to bottom।”
राष्ट्रीय आंदोलन का रूप ले चुकी भारत जोड़ो यात्रा : खड़गे
खड़गे ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा, 'देश में एक नया इतिहास लिखने वाली राहुल गांधी जी के नेतृत्व में चल रही ‘‘भारत जोड़ो यात्रा'' आज 88 दिन पूरे कर रात के समय राजस्थान की सीमा में प्रवेश करेगी। यह यात्रा अब एक राष्ट्र आंदोलन का रूप ले चुकी है। एक ऐसा आंदोलन, जो देश में कमरतोड़ महंगाई, भयंकर बेरोजगारी, नाकाबिले बर्दाश्त आर्थिक व सामाजिक असमानता तथा नफरत की राजनीति के खिलाफ एक निर्णायक जंग का आह्वान है। देश के करोड़ों लोग राहुल गांधी जी व कांग्रेस के संकल्प से जुड़े हैं। इनमें भारी संख्या में वो लोग भी हैं, जो कांग्रेस से नहीं जुड़े थे, या फिर हमारी आलोचना किया करते थे। भारत जोड़ो यात्रा का एक राष्ट्रीय जन आंदोलन का रूप ले लेना ही इस यात्रा की सबसे बड़ी कामयाबी है।'