शिवम दुबे, Raipur. छत्तीसगढ़ में 20 फरवरी, सोमवार सुबह एक बार फिर कई दिग्गजों की सुबह ED के अधिकारियों के साथ हुई है। प्रवर्तन निदेशालय ने 7 कांग्रेस नेताओं के घर पर दबिश दी है। ईडी की दबिश के कारण छत्तीसगढ़ में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। ईडी के छापामार कार्रवाई के बाद कांग्रेस लगातार बीजेपी पर निशाना साध रही है। यहां तक कि दिल्ली में कांग्रेस दिग्गज नेता जयराम रमेश ने इसे प्रतिशोध और उत्पीड़न की राजनीति की मिसाल बताया है। राजधानी रायपुर के राजीव भवन में छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर महाधिवेशन को डिस्टर्ब करने का आरोप लगाया है।
सभी हथकंडे अपना रही बीजेपी: मोहन मरकाम
मोहन मरकाम ने कहा है कि बीजेपी सभी हथकंडे अपना रही है। कांग्रेस अधिवेशन को डिस्टर्ब करने के लिए ये छापे मारे गए हैं। राजनीति में बीजेपी हार रही है। इसलिए छापा मार कर ईडी का दुरुपयोग कर रही है। अभी तक कि कार्रवाई में 95 फीसदी छापे बीजेपी ने अपने विपक्षी दलों पर मारे हैं। विपक्ष को डराने का काम हो रहा है।
ये भी पढ़ें...
हमारे कार्यकर्ता इनसे डरने वाले नहीं: सैलजा
छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा है कि बीजेपी कांग्रेस से खास तौर पर डर चुकी है। बीजेपी विपक्ष की आवाज उठने नहीं दे रही है। चाहे वह संसद में हो या बाहर। राहुल गांधी और सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया गया। बीजेपी किसी भी स्तर पर गिर सकती हैं। भारत जोड़ो यात्रा से डर गए हैं इसलिए छापा मरवा रहे है। पूरा छत्तीसगढ़ खुश है कि छत्तीसगढ़ में महाधिवेशन हो रहा है। 24 बार हमारे ऊपर रेड हुई है। हमारे कार्यकर्ता इसने डरने वाले नहीं हैं बल्कि और मजबूती से इनके खिलाफ खड़े होंगे। आज अडाणी जैसे लोगों पर रेड मारने की जरूरत है, जिसने पूरी दुनिया के सामने भारत शर्मसार हुआ है। कांग्रेस हर दिन 3 सवाल करती है, लेकिन ना पीएम जवाब देते हैं ना और कोई। लोकतंत्र में बीजेपी का विश्वास नहीं है। दुनिया देख रही है, देश देख रहा है कि केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है। मीडिया को भी जनता की आवाज नहीं उठाने दे रही है। महाधिवेशन के चुनाव आने वाले हैं, कांग्रेस पार्टी आम लोगों की आवाज दबने नहीं देगी। इनकी सच्चाई जनता के सामने लाएंगे। हमारे आधा दर्जन साथियों पर रेड पड़ी है। अन्य साथियों पर भी रेड मारी गई है। महाधिवेशन बहुत अच्छे से होगा। छत्तीसगढ़ पूरे देश को दिखाएगा कांग्रेस अपने साथियों के साथ खड़ी रहेगी। ये कुछ भी कर लें। बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि केंद्र की सरकार को सीएम भूपेश बघेल पसंद है।
सीएम भूपेश बघेल ने भी साधा निशाना
सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि हमारे साथियों के यहां ED ने रेड मारी है। हम महाधिवेशन की तैयारियों को लेकर काम कर रहे हैं। जब भी कोई बड़ा कदम कांग्रेस पार्टी लेती है। तब ऐसी घटनाएं होती हैं। झारखंड में चुनाव की जिम्मेदारी में कई मंत्रियों ने शिरकत की, तब छापा पड़ा। असम, उत्तरप्रदेश, हिमांचल प्रदेश के दौरान भी यही हुआ है। अब जब महाधिवेशन होने वाला था तब लोग आशंका जता रहे थे कि छापा पड़ेगा तो पड़ गया। जनता के लिए महाधिवेशन में कई मुद्दे उठाएंगे, कई प्रस्ताव पारित होंगे।
कांग्रेस से घबराई हुई है बीजेपी
सीएम ने कहा कि बिलाईगढ़ विधायक के घर पर भी छापा पड़ गया है। लोकसभा में प्रधानमंत्री बोलते है मैं कितनों पर भारी पड़ रहा हूं.. लेकिन अडानी इन पर भारी पड़ते है। कांग्रेस से घबराई हुई बीजेपी। भारत जोड़ो यात्रा से डर गई है। महाधिवेशन में रोडमैप तैयारी होगा 2023 औऱ 2024 का तो इससे बीजेपी डर रही है। हमारा अधिवेशन कितनी भी कोशिश कर ले बीजेपी उतना ही अच्छे और भव्य होगा। हमारे ऊपर जितना जुल्म करना है कर लें, लेकिन कांग्रेस अंग्रेजों से नहीं डरी तो इनसे क्या डरेगी। सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक उपयोग के लिए छापा मार रहे हैं। कई चीजों को लेकर बहुत पत्र लिखा गया है, उनपर कभी कार्रवाई नहीं। हमारा अधिवेशन भव्य होगा।
पूर्व सीएम रमन सिंह पर भी बोला हमला
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि जिन चिटफंड कंपनियों के दफ्तर का उद्घाटन किया है। कभी उसकी जांच नहीं होती। लेकिन जब-जब ED की कार्रवाई होती है तो पूर्व सीएम रमन सिंह प्रवक्ता बन जाते हैं। ये किस मामले में जांच कर रहे हैं वो भी अधिवेशन के ठीक पहले करके ये करना क्या बताता है? करना था तो पहले कर लेते। ED के प्रेस नोट के पहले रमन सिंह का प्रेस नोट आ जाता है और हूबहू वहीं प्रेस नोट.. इसलिए कह रहा हूं कि रमन सिंह प्रवक्ता हैं।
नई दिल्ली में भी हुई कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस
छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय ईडी की कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर हुई छापेमारी पर नई दिल्ली में कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। छापे के बाद नई दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने प्रेसवार्ता की। मीडिया से चर्चा के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस के 85वें अधिवेशन से पहले नेताओं पर हुई ईडी की छापेमारी प्रतिशोध और उत्पीड़न की राजनीति की मिसाल है। इस दौरान रमेश ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में विपक्ष के खिलाफ एक हथियार बन गया है। ईडी निष्पक्ष तरीके से काम नहीं रहा है।
10 साल में ईडी ने 112 बार छापेमारी की
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पिछले 9 सालों में ईडी ने जो रेड की हैं, उसमें 95 प्रतिशत विपक्षी नेता हैं और सबसे ज्यादा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि हम इन कायराना धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। भारत जोड़ो यात्रा की अपार सफलता से बीजेपी की बेचैनी दिखने लगी है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि 2004 से लेकर 2014 के बीच यूपीए की सरकार के दौरान ईडी ने 112 बार छापेमारी की, जबकि पिछले 8 साल के दौरान 3010 बार छापेमारी की गई है। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से पूछताछ की गई। अब हमारा अधिवेशन होने वाला है तो छत्तीसगढ़ में छापेमारी शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि अब ईडी का मतलब इलीमिनेटिंग डेमोक्रेसी (लोकतंत्र को खत्म कर रही) हो गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने परिभाषाएं और परंपराएं बदल दी हैं।
कांग्रेस नेता का दावा- 2014 के बाद इन पार्टियों पर हुई कार्रवाई
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने 2014 से विपक्षी पार्टियों पर हुई ईडी की छापेमारी के आंकड़े रखे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर 24, टीएमसी पर 19, एनसीपी पर 11, शिवसेना पर 8, डीएमके पर 6, आरजेडी पर 5, बीएसपी पर 5, पीडीपी पर 5, आईएनएलडी पर 3, वाईएसआरसीपी पर 2, सीपीएम पर 2, नेशनल कॉन्फ्रेंस पर 2, पीडीपी पर 2, एआईएडीएमके पर 1, एमएनस पर 1 और एसबीएसपी पर 1 बार छापेमारी की गई है।