BHOPAL. मप्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं का एक दल से दूसरे दल आने जाने का सिलसिला जारी है। अब खबर ये सामने आ रही है कि इंदौर के बीजेपी नेता भंवर सिंह शेखावत भी जल्द अपना पाला बदलकर कांग्रेस में जा सकते हैं। माना जा रहा है कि शेखावत 2 सितंबर को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। शेखावत के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका पुतला दहन किया।
बदनावर से टिकट चाहते हैं शेखावत
वर्तमान बीजेपी नेता भंवर सिंह शेखावत बदनावर सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन बीजेपी में रहते हुए उनका ये सपना शायद पूरा न हो पाए। इसलिए अटकलें लगाई जा रही है कि शेखावत कांग्रेस के टिकट पर बदनावर से मैदान में उतर सकते हैं। यहां भी उनकी राह आसान होती दिखाई नहीं देती क्योंकि कांग्रेस कार्यकर्ता खुलकर शेखावत के विरोध में मैदान में उतर आए हैं।
क्यों हो रहा है भंवर सिंह का विरोध
भंवर सिंह शेशावत इंदौर के रहने वाले हैं और बदनावर से एक बार विधायक भी रह चुके हैं। कहा जाता है कि जब वे बदनावर से विधायक थे तब उनका जनता के साथ व्यवहार ठीक नहीं था। इसके साथ ही उनकी छवि हमेशा से सीट बदलने वाले नेता के तौर पर रही है। बदनावर में अभी हालात ये हैं कि लोग स्थानीयवाद के मुद्दे पर अड़े हुए हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय लोगों का कहना है कि बाहर से आया व्यक्ति हमारे बीच नहीं रहता है, अगर हमें कोई परेशानी है, कोई मांग है या कोई समस्या है तो उसे बताने हमें बदनावर से लगभग 100 किमी. दूर इंदौर जाना होगा। इसलिए हमें बाहरी नहीं अपने यहां के व्यक्ति के रुप में विधायक चुनना है।
बदनावर से चुनाव लड़ने पर अड़े शेखावत
दूसरी तरफ शेखावत भी लगातार बदनावर सीट से ही चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं। उनका आरोप है कि सिंधिया के साथ बीजेपी में आए लोगों ने भ्रष्टाचार किया है और पार्टी को बदनाम करने का काम किया है। बदनावर के लोग ये सब भुगत चुके हैं। इसलिए चाहे निर्दलीय ही क्यों न लड़ना पड़े मैं चुनाव बदनावर से ही लड़ुंगा ।