LUCKNOW. बिहार के शिक्षामंत्री द्वारा दिए रामचरितमानस को लेकर गए विवादित बयान के बाद अब यूपी में सपा नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दे डाला है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, धर्म कोई भी हो, हम उसका सम्मान करते हैं, लेकिन धर्म के नाम पर जाति और वर्ग विशेष को अपमानित करने का काम किया गया, उस पर हमे आपत्ति है।
'ऐसे धर्म का सत्यानाश हो'
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य बोले कि ब्राह्मण भले ही लंपट, दुराचारी, अनपढ़ और गंवार हो, लेकिन वह ब्राह्मण है तो उसे पूजनीय बताया गया है, लेकिन शूद्र कितना भी ज्ञानी, विद्वान या फिर ज्ञाता हो, उसका सम्मान मत करिए, क्या यही धर्म है? अगर यही धर्म है तो ऐसे धर्म को मैं नमस्कार करता हूं। ऐसे धर्म का सत्यानाश हो, जो हमारा सत्यानाश चाहता हो। उन्होंने कहा कि जब इनकी किसी बात पर टिप्पणी की जाती है, तो चंद मुट्ठीभर धर्म के ठेकेदार जिनकी इसी पर रोजी-रोटी चलती है वह कहते हैं कि हिंदू भावना आहत हो रही है।
बागेश्वर धाम सरकार बोले स्वामी प्रसाद
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री को लेकर भी स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस देश का दुर्भाग्य है कि धर्म के ठेकेदार ही धर्म को नीलाम कर रहे हैं, तमाम समाज सुधारकों के प्रयास से देश आज तरक्की के रास्ते पर चल पड़ा है, लेकिन ऐसी बेकार सोच वाले बाबा समाज में रूढ़िवादी परंपराओं, ढकोसला, अंधविश्वास पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब सभी बीमारियों की दवा बाबा के पास है तो सरकार फालतू में मेडिकल कॉलेज, अस्पताल चला रही है।