NEW DELHI. दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश के दिग्गज पहलवानों के धरने का 29 अप्रैल को 7वां दिन है। आज सुबह कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पहलवानों से मिलने पहुंचीं। प्रियंका ने विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया से बात की। वे करीब एक घंटे धरना स्थल पर रहीं। 50 मिनट तक बातचीत करती रहीं। विनेश और साक्षी बातचीत करते हुए भावुक हो गईं। प्रियंका ने विनेश के सिर पर हाथ रखकर दिलासा दिलाया। प्रियंका ने कहा कि अब तक FIR की कॉपी नहीं मिली है। सवाल है सरकार बृजभूषण को क्यों बचा रही है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी आज खिलाड़ियों से मुलाकात कर सकते हैं। 28 अप्रैल को ही आप नेता आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने भी खिलाड़ियों से मुलाकात की थी।
#WATCH | Congress leader Priyanka Gandhi Vadra meets the wrestlers protesting against WFI chief & BJP MP Brij Bhushan Sharan Singh at Jantar Mantar, Delhi pic.twitter.com/KzKkk4uuU4
— ANI (@ANI) April 29, 2023
दिल्ली के जंतर-मंतर पर न्याय के लिए लड़ रही बहादुर महिला पहलवानों से मिलने पहुंचीं कांग्रेस महासचिव @priyankagandhi जी। pic.twitter.com/50rzHt3TyO
— Congress (@INCIndia) April 29, 2023
कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए पहलवानों का धरना जंतर-मंतर पर जारी है। इसी बीच 28 अप्रैल को बृजभूषण शरण सिंह पर दो एफआईआर दर्ज की गईं। ये एफआईआर दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में हुईं, जिनमें एक पॉक्सो एक्ट के तहत है।
प्रियंका का मोदी पर निशाना
प्रियंका ने पहलवानों से मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ''मुझे पीएम से कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि अगर उन्हें उनकी (पहलवानों) की चिंता है, तो उन्होंने अभी तक उनसे बात क्यों नहीं की? देश उनके (खिलाड़ियों) साथ खड़ा है। मुझे गर्व है कि पहलवान ऐसी चीज के लिए खड़े हैं और आवाज उठा रहे हैं।''
#WATCH | "I don't have any expectations from the PM, because if he is worried about these wrestlers, then why has he not talked to them or met them yet. Why the govt is trying to save him (Brij Bhushan Sharan Singh...," says Congress leader Priyanka Gandhi Vadra in Delhi pic.twitter.com/XLDpIruQHv
— ANI (@ANI) April 29, 2023
पुलिस पर बरसे बजरंग
पहलवान बजरंग पुनिया ने दिल्ली पुलिस पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, ''हमने कुछ सामान मंगवाया था, लेकिन वे (पुलिस) हमें यहां लाने नहीं दे रहे हैं और सामान लाने वाले को पीट-पीट कर भगा रहे हैं। जब तक न्याय नहीं मिलता, हम विरोध करेंगे, चाहे पुलिस प्रशासन हमें कितना भी प्रताड़ित करे।''
बजरंग ने ये भी कहा, ''पुलिस ने पहलवानों से कहा है कि विरोध करना है तो सड़क पर सो जाओ। आज उन पर यह कैसा दबाव आ गया है, ऐसी कोई समस्या पहले नहीं थी, यह केवल सुप्रीम कोर्ट के दबाव के कारण हुआ है।''
#WATCH | Police said that if you want to protest, sleep on the road. What kind of pressure has come on them today, there was no such problem before, this has happened only because of the pressure of the Supreme Court: Wrestler Bajrang Punia on registering FIR against WFI chief… pic.twitter.com/XpeVtQJMZ9
— ANI (@ANI) April 29, 2023
बृजभूषण सिंह की सफाई
बृजभूषण शरण सिंह ने अपने खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद अपनी बात रखी है। उन्होंने न्यायपालिका और दिल्ली पुलिस पर पूरा जताया। साथ ही धरने के पीछे कांग्रेस का हाथ होने के आरोप लगाए हैं। बृजभूषण ने कहा- एफआईआर करने की बात आई है। अभी एफआईआर की कॉपी मेरे पास नहीं है, लेकिन एफआईआर तो हो ही गई होगी। मुझे इसमें कुछ भी गलत प्रतीत नहीं होता। दिल्ली पुलिस पर मुझे पूरा भरोसा है। मुझे कोई शिकायत नहीं है। मैं पूरी तरह निर्दोष हूं। मैं इन आरोपों का सामना करने के लिए तैयार हूं। जांच एजेंसी जहां भी उचित समझेगी, मैं जांच में सहयोग के लिए तैयार हूं। मुझे पहले भी भरोसा था, आज भी भरोसा है। सुप्रीम कोर्ट से ऊपर कोई नहीं है। मुझे इस पर पूरा भरोसा है। मुझे और मेरे समर्थकों को न्याय मिलेगा। पिछले कई महीनों से मुझे गाली पर गाली और आरोपों पर आरोप झेलने पड़े हैं। इससे मेरे परिवार और मेरे समर्थकों को कष्ट होता है।
उन्होंने आगे कहा, "अगर (पहलवानों के) इनके पुराने बयान सुनेंगे तो आपको पता चलेगा कि इन्होंने पद से इस्तीफा देने की मांग की थी। मेरा कार्यकाल पूरा हो चुका है। सरकार ने तीन लोगों की कमेटी गठित की है। 40-45 दिन में ही चुनाव होना है। मेरा कार्यकाल वैसे भी खत्म हो जाएगा। मेरा इस्तीफा वैसे ही हो जाएगा, लेकिन अपराधी की तरह नहीं। इन्हीं के कहने पर जांच कमेटी बनी। इनके कहने पर ही उस व्यक्ति को भी जांच कमेटी में शामिल किया गया, जिस पर मेरी आपत्ति थी। इनको जब आभास हो गया कि जांच कमेटी में कोई भी आरोप सिद्ध नहीं हो रहे, तो इन्होंने कमेटी की रिपोर्ट का भी इंतजार नहीं किया और सीधे सुप्रीम कोर्ट चले गए। ये सुप्रीम कोर्ट में नया मामला लेकर गए हैं। जिन नाबालिगों को लेकर ये लोग गए हैं, वे जांच कमेटी के सामने पेश क्यों नहीं हुए? ये चार-चार महिलाएं मेरे खिलाफ लोगों को भड़काएंगे, उकसाएंगे और मेरे खिलाफ केस कर देंगे। चलिए मुझे इससे भी समस्या नहीं है। यह जांच एजेंसी का काम है।
बृजभूषण के मुताबिक, "इनकी मांग भी लगातार बढ़ती जा रही है। पहले एफआईआर की मांग की। फिर इस्तीफे की मांग की। जेल में डालने की मांग की है। तो ये लोकसभा सांसदी मुझे विनेश फोगाट की तरफ से नहीं मिली। मुझे उनकी कृपा से कुश्ती संघ का अध्यक्ष पद नहीं मिला। मुझे यह पद चुनाव लड़कर मिला है। 12 साल तक सिर्फ इनके साथ यौन उत्पीड़न होता है, बाकी खिलाड़ियों के साथ क्यों नहीं। हरियाणा का एक ही परिवार क्यों। एक अखाड़ा, एक फैमिली। हरियाणा, हिमाचल बाकी राज्यों के खिलाड़ी क्यों नहीं। क्यों- क्योंकि मैंने काम किया है।"
"ये जो खिलाड़ी धरने पर बैठे हैं, मुझे क्यों बुलाते थे। इस पूरे मामले में एक उद्योगपति और कांग्रेस का हाथ है। मैंने उद्योगपति का नाम नहीं बोला है। कुछ उद्योगपतियों का हाथ है, जिन्हें मुझसे कष्ट है। आज दिखाई भी पड़ गया कि किसका हाथ है। जब इनकी मांग मान ली गई कि एफआईआर दर्ज करना है, तब यह इसको क्यों उठा रहे हैं। केजरीवाल को, सत्यपाल मलिक को, प्रियंका गांधी को बुलाने की जरूरत क्यों पड़ी? अरे कम से कम कांग्रेस वाले जांच रिपोर्ट का इंतजार कर लेते, तब जंतर-मंतर पहुंचते। ये खिलाड़ियों का धरना नहीं है, कुछ षड़ंयत्रकारी लोग हैं, जो मेरी पार्टी और मुझे नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। आप देख रहे हैं कि खिलाड़ियों के कहने पर ऐसे व्यक्ति को धरने में शामिल किया गया, जिसको शामिल नहीं होना था। क्योंकि उसी ने धरने की अनुमति दी थी। यह मामला सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली पुलिस की निगरानी में है। जांच कमेटी लड़कियों से बात कर रही है। आयोग के सामने जो बच्चे पेश हुए हैं, उनमें वो बच्चा नहीं है, जिसने मेरे खिलाफ एफआईआर की। ये कहते हैं कि मुझे कुश्ती को बचाना है। हमारे देश को एशिया जूनियर चैंपियनशिप अलॉट थी। वो इन्होंने चिट्ठी लिखकर कैंसल करवाया। महिलाओं का कैंप चल रहा था। उनकी ट्रेनिंग होनी थी। इनकी वजह से उन्हें जाना पड़ा। क्या ऐसे उन्होंने कुश्ती को बचाया।"
21 अप्रैल को महिला रेसलर ने की थी शिकायत
दरअसल, 21 अप्रैल को नाबालिग महिला पहलवान समेत 7 महिला रेसलर्स ने दिल्ली पुलिस के पास यौन शोषण की शिकायत की थी, लेकिन मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुई। इसके बाद पहलवान धरने पर बैठ गए थे। 25 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने महिला पहलवानों की अपील सुनकर इसे गंभीर मामला बताया और दो दिन में दिल्ली पुलिस को जवाब देने के लिए कहा था। तब जाकर 28 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा कि हम बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करेंगे। अदालत ने ये भी आदेश दिया कि नाबालिग महिला पहलवान को सुरक्षा दी जाए।