भोपाल. 25 सितंबर को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने भोपाल (Bhopal) में आयोजित संयुक्त विपक्ष के धरने में हिस्सा लिया। इसी दौरान दिग्विजय सिंह ने विद्या भारती संस्था के सरस्वती शिशु मंदिर स्कूलों पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 'ये लड़ाई बहुत लंबी है। हम उनसे लड़ रहे हैं, उन्हें शिशु मंदिर में ही नफरत सिखाई जाती है। इनकी नफरत के कारण ही देश मे दंगे होते हैं। अंग्रेज जानते थे हिन्दू-मुसलमान को एक साथ नहीं रखना है। इसलिए सावरकर को अंडमान जेल से लेकर आए। जो अंग्रेज चाहते थे वो काम सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) ने किया।'
RSS धर्म का उपयोग करता है- पूर्व सीएम
दिग्विजय सिंह ने 'कहा कि आरएसएस का हिंदुत्व सनातन को प्रदर्शित नहीं करता है। यह लोग धर्म का उपयोग करते हैं। आरएसएस (RSS) की विचारधारा वह है, जिसने गांधी की हत्या की थी। बीजेपी वाले कहते हैं कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ। अगर देश में संविधान नहीं होता तो मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते।'
पाकिस्तान बनाने की पहल सावरकर ने की- दिग्विजय
उन्होंने कहा कि आरएसएस-भाजपा (RSS-BJP) की तरह मुस्लिम लीग भी है। ये सभी आजादी की लड़ाई मे कभी शामिल नहीं हुए। हिंदुस्तान और पाकिस्तान बनाने की सबसे पहली पहल सावरकर की थी। उसके बाद मुस्लिम लीग ने मांग की।
'मैं जानता हूं मुझे मुस्लिम परस्त कहेंगे'
उन्होंने औबेसी को बीजेपी की B टीम बताकर कहा कि 'राजीव गांधी ने ये जय सिया राम का नारा दिया था। हिंदू संगठन फूट डालकर राजनीति करना चाहते हैं। बीजेपी और ओवैसी साथ मिलकर चुनाव लड़ते हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता जहां भी मुस्लिमों पर अत्याचार होते देखे उसे बचाए तभी हिंदू मुसलमान की एकता होगी। मैं जानता हूं मुझे मुस्लिम परास्त कहेंगे।
सारंग के पिता का सिर शर्म से झुक गया होगा- सिंह
दिग्विजय सिंह ने विश्वास सारंग (Vishvas Sarang) को निशाने पर लेकर कहा कि अफसोस होता है ऐसे लोग मंत्री बन गए, जो लोग हर चीज के लिए नेहरू को जिम्मेदार ठहराते हैं। उनके पिताजी का स्वर्ग में सिर शर्म से झुक गया होगा। उन्हें इतिहास की कोई जानकारी नहीं है। कई नेता मेरे पार्टी के बोलते हैं क्यों संघ के खिलाफ बोलते हो। क्यों नहीं बोले, संघ के खिलाफ है ये देश विरोधी हैं।