NEW DELHI. चुनाव आयोग ने 3 दिसंबर को गुजरात में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया। गुजरात विधानसभा चुनाव 2 फेज में होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनुप चंद्र पांडेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। गुजरात की 182 सीटों के लिए 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को वोटिंग होगी। 2017 में भी चुनाव दो चरणों में हुए थे।गुजरात में इस बार कुल 4.9 करोड़ वोटर मतदान में हिस्सा लेंगे।
EC की प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें
- चुनाव आयोग के मुताबिक, 142 मॉडल पोलिंग स्टेशन। 1274 पोलिंग स्टेशन ऐसे होंगे, जिनमें सिर्फ महिलाओं की तैनाती की जाएगी। इस बार शिपिंग कंटेनर भी पोल बूथ के रूप में होंगे यूज।
गुजरात में 27 साल से काबिज है बीजेपी
गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी पारा गरम है। बीजेपी गुजरात की सत्ता को बरकरार रखने की कवायद में जुटी है और इस बार 182 सीटों में से 160 प्लस का टारगेट रखा है। वहीं, कांग्रेस इस बार बीजेपी को सत्ता से बाहर करने में जुटी है। इन सबके बीच आम आदमी पार्टी भी तमाम वादों के साथ दोनों की जगह नया विकल्प बनने के लिए पुरजोर कोशिश में जुटी है। महाराष्ट्र से 1960 में अलग होकर अस्तित्व में आए गुजरात में साल 1962 में पहला चुनाव हुआ था। सूबे में कांग्रेस लंबे समय तक सत्ता में रही, लेकिन 1995 के चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज कर आई तो गुजरात पार्टी के तमाम नए निर्णयों की प्रयोगशाला बन गया। 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से जरूर बीजेपी को चुनौती मिली, लेकिन अपनी सत्ता को बचाए रखने में सफल रही।
कांग्रेस-बीजेपी ने उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया
बीते दिनों चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी। मगर गुजरात विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की अब तक घोषणा नहीं हुई है। इस बीच गुजरात चुनाव की तारीखों से पहले ही आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। लेकिन अब तक न तो बीजेपी और न ही कांग्रेस ने उम्मीदवारों की सूची जारी की है। गुजरात विधानसभा की सभी 182 सीटों के लिए चुनाव दिसंबर में होने हैं। साल 2017 के चुनाव में बीजेपी ने 99 सीट जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 77 सीट मिली थीं।
गुजरात चुनाव के लिए कितनी तैयार बीजेपी-कांग्रेस
सूबे में चुनाव के लिए सियासी अखाड़ा सजा हुआ है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही गुजरात की जनता को आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर लुभाने की हर संभव कोशिश में लगे हुए हैं। एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य गुजरात बीजेपी का सबसे मजबूत किला है। इस वक्त गुजरात के लिए मोरबी पुल हादसा सबसे बड़े मुद्दा बना हुआ है, जिसे लेकर कांग्रेस लगातार बीजेपी पर निशाना साधे हुए है।
चुनाव प्रचार के प्रमुख चेहरे
1. नरेंद्र मोदी: 2014 के बाद चुनाव कहीं भी हों, भाजपा के लिए चेहरा प्रधानमंत्री मोदी ही होते हैं। गुजरात में तो भाजपा के लिए सबसे बड़ा चेहरा पीएम मोदी का ही है। मोदी 12 साल से भी ज्यादा समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मोदी ने चुनाव की घोषणा से पहले ही रैलियां कर रहे हैं। फिलहाल वह सरकारी योजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास कर रहे हैं।
2. अमित शाह: पीएम मोदी के बाद गुजरात चुनाव में भाजपा के लिए दूसरा सबसे बड़ा चेहरा गृहमंत्री अमित शाह का होगा। अमित शाह गुजरात के गांधीनगर से सांसद हैं। गुजरात के ही रहने वाले हैं और राष्ट्रीय राजनीति में आने से पहले इनकी पूरी राजनीति गुजरात पर ही फोकस रही है।
3. अरविंद केजरीवाल: पंजाब में आम आदमी पार्टी को जीत दिलाने के बाद अरविंद केजरीवाल का मनोबल काफी बढ़ गया है। यही कारण है कि उन्होंने इस बार पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात में चुनौती दी है। आम आदमी पार्टी की तरफ से केजरीवाल चुनाव प्रचार में प्रमुख चेहरे हैं।
4. प्रियंका गांधी : कांग्रेस नेता राहुल गांधी अभी भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं। गुजरात चुनाव के दौरान भी वह यात्रा पर रहेंगे। ऐसे में कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार का सबसे बड़ा चेहरा प्रियंका गांधी होंगी। प्रियंका राज्य के चुनाव प्रचार में सक्रिय भूमिका में दिखाई देंगी। इसके साथ ही पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की पहली परीक्षा गुजरात और हिमचाल चुनाव में ही होनी है।