याज्ञवल्क्य मिश्रा, Raipur. संसद के नए भवन के लोकार्पण के दौरान सेंगोल की स्थापना पर सीएम भूपेश बघेल ने सवाल किया है कि, पंडित नेहरू के समय अंग्रेजों से देशवासियों को सत्ता का हस्तांतरण हुआ था, लेकिन आज कौन सा सत्ता का हस्तांतरण हुआ है। सीएम भूपेश ने राष्ट्रपति से नए संसद भवन के लोकार्पण कराए जाने की बात को लेकर कहा है कि यदि प्रधानमंत्री जी इस बात को मान लेते तो उनका मान बढ़ता।
क्या लोकतंत्र से तानाशाह को हस्तांतरण
सीएम भूपेश ने सेंगोल की संसद में स्थापना पर सवाल खड़े किए हैं। सीएम भूपेश ने सेंगोल को सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक बताते हुए सवाल किया है कि, क्या यह लोकतंत्र से तानाशाह का सत्ता हस्तांतरण है। सीएम भूपेश ने कहा “उस समय तो ब्रिटिश (अंग्रेज) जा रहे थे, और देशवासियों को सत्ता हस्तांतरण हुआ था, आज कौन सा सत्ता हस्तांतरण हो रहा है ? किससे सत्ता का हस्तांतरण हो रहा है ? क्या लोकतंत्र से तानाशाह का हस्तांतरण हो रहा है ? लोकतंत्र से राजतंत्र की ओर जा रहे हैं क्या उसका हस्तांतरण हो रहा है ? किसका प्रतीक है ये ? ये सत्ता हस्तांतरण किसका है ये बड़ा सवाल है ?”
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विपक्ष की बात मानते तो मोदी जी का मान बढ़ता
संसद के नए भवन का लोकार्पण राष्ट्रपति से कराए जाने की विपक्ष की मांग पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि यदि यह मांग प्रधानमंत्री जी मान लेते तो प्रधानमंत्री जी का कद और बड़ा होता, घटता नहीं।
संसद में सेंगोल को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा
संसद के नए भवन का लोकार्पण समारोह के प्रथम चरण में सनातन धर्म संस्कृति से हुए पूजा अभिषेक के बाद सेंगोल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में स्थापित कर उसे साष्टांग प्रणाम किया और फिर अपने उद्बोधन में इसे लेकर कहा कि यह देश के प्रति हमारे कर्तव्यों की सदैव याद दिलाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है संसद में इसकी स्थापना से सेंगोल का मान सम्मान लौटा है।