RANCHI. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने अपनी कुर्सी पर मंडराते संकट के बीच 5 सितंबर विधानसभा में विश्वास मत (Confidence Motion) हासिल कर लिया। उन्हें 48 विधायकों का समर्थन मिला, जो बहुमत के आंकड़े से ज्यादा है। मतदान के दौरान बीजेपी विधायकों ने वॉकआउट किया। सोरेन सोमवार सुबह छत्तीसगढ़ से लौटे अपने सभी विधायकों को खुद बस से लेकर विधानसभा आए थे।
विश्वास मत के लिए आज विधानसभा विशेष सत्र बुलाया गया। सत्र के लिए महागठबंधन सरकार के समर्थक 29 विधायकों को 6 दिन बाद 4 सितंबर को रायपुर से रांची लाया गया था। विश्वास मत की कार्रवाई में 3 कांग्रेस विधायक शामिल नहीं हो सके, क्योंकि वे कैश कांड में फंसे हैं। ये विधायक हैं, डॉ इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप। इन तीनों को कलकत्ता हाईकोर्ट ने बाहर जाने से मना कर दिया।
सदन में सोरेन बोले- सब्जी-राशन खरीदने की बात सुनी थी, बीजेपी तो विधायक खरीद रही
विधानसभा में सोरेन ने कहा कि हमने सब्जी, राशन और कपड़ा खरीदने की बातें सुनी थीं। बीजेपी तो विधायक खरीद रही है। बीजेपी के वॉकआउट पर कहा कि विपक्ष इस प्रस्ताव को पूरा सुने। मैदान छोड़कर बाहर नां जाए। मैं आंदोलनकारी का बेटा हूं। इनसे डरने वाला नहीं हूं। ना डरा हूं और ना ही किसी को डराऊंगा।
सोरेन ने ये बी कहा- बीजेपी झारखंड में 1932 का खतियान लागू करने की तैयारी में हैं। 1932 का खतियान और ओबीसी के मामले में जल्द सरकार आगे बढ़ने वाली है। 1985 की स्थानीयता इन्होंने परिभाषित की। जब 85 की स्थानीयता घोषित हुई तो ताली बजाकर कह रहे थे कि 85 का ही खतियान बेस्ट है। विपक्ष ने तंत्र को खत्म कर दिया है, सिर्फ लोक बचा है। लोकतंत्र को बचाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। बीजेपी देश के आधे राज्यों में गृह युद्ध की स्थिति बना रही है। कपड़ा, सब्जी और राशन को खरीदना सुना था, बीजेपी विधायक खरीद रही है।
विधानसभा में स्थिति- (कुल सीटें- 81)
सत्ता पक्ष के पास विधायक- 48
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM)- 29
कांग्रेस- 15
आरजेडी- 1
सीपीआई(माले)- 1
एनसीपी- 1
निर्दलीय- 1
विपक्ष के पास विधायक- 28
बीजेपी- 28
आजसू- 2
निर्दलीय- 1