BHOPAL. सरकार बनाने के लिए बीजेपी और कांग्रेस जमकर मुफ्त की रेवड़ी बांट रही हैं। बीजेपी सरकार लगातार फैसले ले रही है तो कांग्रेस के वचन पत्र में ये घोषणाएं शामिल हो रही हैं। कांग्रेस ने एक और रेवड़ी बांटने की तैयारी कर ली है। महिलाओं और किसानों को खुश करने के बाद अब कमलनाथ गरीबों को खुश करने जा रहे हैं। कमलनाथ उनको पोषण का वचन देने वाले हैं। इस बारे में पार्टी के अंदर चर्चा हो गई है। इसको भी वचन पत्र में शामिल किया जा रहा है। जल्द ही कमलनाथ इस बारे में घोषणा कर सकते हैं। आइए आपको बातते हैं क्या है कांग्रेस का पोषण का वचन।
ये है पोषण का पैकेट
कमलनाथ प्रदेश की सवा करोड़ आबादी को पोषण का पैकेट देने का वचन देने वाले हैं। ये वो आबादी है जो अति गरीब की श्रेणी में आती है। प्रदेश की करीब 15 फीसदी ऐसी आबादी है जो अति गरीब है। इस आबादी में ही सबसे ज्यादा कुपोषण के मामले सामने आते हैं। इन लोगों को पोषण मुहैया कराने के लिए कमलनाथ अपनी सरकार बनने पर ये वचन देने जा रहे हैं। ये पोषण का पैकेट घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। इस पोषण के पैकेट में तुअर की दाल, चने की दाल, चावल, मोटे अनाज का मिक्स आटा, सोयाबीन का खाद्य तेल, शक्कर, आयोडीन नमक, मिर्च पावडर, धनिया पावडर और हल्दी पावडर शामिल रहेगा।
ये खबर भी पढ़िए..
चुनाव के लिए एक और रेवड़ी
चुनाव जीतने के लिए एक और रेवड़ी की तैयारी की जा चुकी है। इससे पहले भी कांग्रेस महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए, 500 रुपए में गैस सिलेंडर, किसानों की कर्ज माफी, पांच हॉर्स पॉवर पंप के लिए मुफ्त बिजली, बिजली के पुराने बिल माफ और सौ रुपए में सौ यूनिट बिजली जैसी रेवड़ी समान घोषणाएं कर चुकी है। वहीं सरकार लाड़ली बहना को एक हजार रुपए महीने दे रही है जो जल्द ही और बढ़ने वाले हैं। किसानों को 24 हजार करोड़ की बिजली सब्सिडी दी जा रही है। पांच सौ रुपए में गैस सिलेंडर देने की तैयारी के साथ ही लंबे समय से वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे अलग-अलग तबके के कर्मचारियों की झोली भी भर दी। इसका असर ये हुआ है कि सरकार का महीने का खर्च 25 हजार करोड़ तक पहुंच गया है और कर्ज साढ़े तीन लाख करोड़ तक पहुंचने वाला है।
अभी बाकी हैं बहुत से तुरुप के इक्के
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से जब ये पूछा गया कि वे जो वचन दे रहे हैं वो सरकार लागू करती जा रही है। तो उन्होंने कहा कि हर वर्ग के लोग परेशान हैं और उनके पास सबके लिए कुछ न कुछ है। यानी रेवड़ी बांटने का सिलसिला यहीं खत्म होने वाला नहीं है। कमलनाथ कहते हैं कि ये रेवड़ी नहीं आज की आवश्यकता है।
वचन पत्र में पिछली बार से ज्यादा वादे
इस बार का वचन पत्र पिछली बार से भी बड़ा हो सकता है। पिछले वचन पत्र में 900 वादे थे, लेकिन इस बार पिछले वादे रिपीट होने के साथ ही नए वादे भी शामिल किए जा रहे हैं। इस संबंध में वचन पत्र समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ज्यादा कुछ नहीं बताते। वे कहते हैं कि वचन पत्र में कई ऐसे वचन हैं जो नए हैं और धीरे-धीरे लोगों के सामने आएंगे। कांग्रेस सरकार बनने पर लोगों की बेहतरी का रोडमैप पार्टी ने वचन पत्र के जरिए तैयार किया है जिसे अभी नहीं बताया जा सकता।