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भोपाल. कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों ने भारत बंद का आयोजन किया है। देश भर में किसानों का प्रदर्शन जारी है। इस बीच मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) ने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर हल्ला बोला है। उन्होंने 27 सितंबर को एक बयान जारी किया है, इसमें कमलनाथ ने केंद्र और राज्य सरकार को किसान (Farmer's) विरोधी बताकर कृषि कानूनों (Farm Laws) को रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि 'अनुबंध की खेती से किसानों को मजदूर बनाने का प्रयास है। इन काले कानूनों से एमएसपी (MSP) खत्म होगी।
काले कानूनों से MSP खत्म होगी
उन्होंने कहा कि 'किसानों पर थोपे गये यह तीन काले कानून हमारे कृषि क्षेत्र को बर्बाद कर देंगे, बड़े औद्योगिक घरानों के आगे कृषि क्षेत्र को गिरवी कर देंगे। इन काले कानूनों से एमएसपी (MSP) खत्म होगी। मंडी व्यवस्था खत्म होगी, जमाखोरी -कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा। आज से एक वर्ष पूर्व मंजूरी दिये गये तीन कृषि कानूनों को लेकर हमारे किसान भाइयों के आंदोलन को 300 दिन से अधिक हो गये है लेकिन ये निष्ठुर किसान विरोधी सरकार आज तक गूंगी-बहरी बनी हुई है।'
600 किसानों ने आत्महत्या की- कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि 'जो कानून किसानों के लिए लाए गए है, उसका देश भर के किसान ही सड़कों पर खुला विरोध कर रहे हैं, अभी तक 600 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है, उसके बावजूद भी यह सरकार तानाशाही भरा रवैया अपनाते हुए किसानों का दमन कर रही है, इन कानूनों को वापस नहीं ले रही है। कांग्रेस अन्नदाताओं के साथ है, उनके हर संघर्ष में उनके साथ खड़ी है।'
आज से एक वर्ष पूर्व मंज़ूरी दिये गये तीन कृषि क़ानूनो को लेकर हमारे किसान भाइयों के आंदोलन को 300 दिन से अधिक हो गये है लेकिन ये निष्ठुर किसान विरोधी सरकार आज तक गूँगी-बहरी बनी हुई है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 27, 2021