BHOPAL. ग्वालियर-चंबल में चुनावी समीकरणों को साधने के लिए बीजेपी अलग से रणनीति बनाने में लगी है। जिसे लेकर विधानसभा चुनाव से पहले होने वाली बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की अंतिम बैठक ग्वालियर में आयोजित की जाएगी। यह बेहद महत्वपूर्ण और वृहद कार्यसमिति होगी। जो 15 अगस्त के बाद कभी भी हो सकती है। इसमें करीब डेढ़ हजार से ज्यादा नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे। इस कार्यसमिति बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मौजूद रहने की संभावना है। यहां तक बताया जा रहा है कि कार्यसमिति की तारीख भी अमित शाह की हरी झंठी के बाद फाइनल होगी।
संभागीय चुनाव समिति की बैठक आज
बैठक की तैयारियों को लेकर शनिवार, 5 अगस्त को बीजेपी के सभी बड़े नेता ग्वालियर पहुंचेंगे। ग्वालियर में शनिवार को संभागीय चुनाव समिति की बैठक होना है। जिसमें भाग लेने के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव (प्रदेश चुनाव प्रभारी), केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (मप्र चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक) और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल होंगे। पार्टी की ग्वालियर-चंबल संभाग की बैठक शनिवार को शाम पांच बजे से झांसी रोड स्थित एंपायर रिसोर्ट में होगी। बैठक में विधानसभा चुनाव और आगामी कार्यक्रमों को लेकर चर्चा की जाएगी।
बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा शाम तक पहुंचेंगे
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा शनिवार को टीकमगढ़ में आयोजित पार्टी की बैठक में हिस्सा लेंगे। इसलिए वे शाम तक ग्वालियर पहुंचेंगे। इधर, शुक्रवार शाम प्रदेश कार्यालय में सीएम शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और भूपेंद्र यादव तथा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के बीच अहम बैठक हुई, जिसमें डैमेज कंट्रोल और चुनावी जिम्मेदारियां तय करने को लेकर बातचीत हुई।
संभागीय चुनाव समिति की बैठक आज
बैठक की तैयारियों को लेकर शनिवार, 5 अगस्त को बीजेपी के सभी बड़े नेता ग्वालियर पहुंचेंगे। ग्वालियर में शनिवार को संभागीय चुनाव समिति की बैठक होना है। जिसमें भाग लेने के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव (प्रदेश चुनाव प्रभारी), केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (मप्र चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक) और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल होंगे।
बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा शाम तक पहुंचेंगे
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा शनिवार को टीकमगढ़ में आयोजित पार्टी की बैठक में हिस्सा लेंगे। इसलिए वे शाम तक ग्वालियर पहुंचेंगे। इधर, शुक्रवार शाम प्रदेश कार्यालय में सीएम शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और भूपेंद्र यादव तथा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के बीच अहम बैठक हुई, जिसमें डैमेज कंट्रोल और चुनावी जिम्मेदारियां तय करने को लेकर बातचीत हुई।
पिछले चुनाव में ग्वालियर-चंबल की वजह से बीजेपी सत्ता से बाहर हुई थी
पिछले विधानसभा चुनाव यानी वर्ष 2018 में ग्वालियर-चंबल ने ही बीजेपी का सबसे बड़ा नुकसान पहुंचाया था। जिसकी वजह से बीजेपी सत्ता से बाहर हो गई थी। साल 2018 में यहां के 8 जिलों की 34 सीटों में से 26 कांग्रेस के खाते में चली गई थीं। बीजेपी सिर्फ 7 सीटों पर सिमट गई थी। एक सीट बसपा के खाते में गई थी। इससे पहले 2013 में बीजेपी को ग्वालियर-चंबल में सबसे ज्यादा 20 सीटें मिली थीं, कांग्रेस ने 12 और बसपा ने 2 सीटें जीती थीं। इस अंचल में बीजेपी को सबसे ज्यादा नुकसान मुरैना, भिंड और गुना में हुआ था।