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DELHI. बीजेपी से अलग होने के बाद से BJP नीतीश कुमार की जदयू को लगातार झटके दे रही है। नीतीश कुमार की विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम के बीच बीजेपी ने उन्हें एक और बड़ा झटका दिया है। जदयू की दमन और दीव इकाई का 12 सितंबर को बीजेपी में विलय हो गया। दमन और दीव के जदयू के 17 जिला पंचायत सदस्यों में से 15 और राज्य जदयू की पूरी इकाई बीजेपी में शामिल हो गई। इसके पहले अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में जदयू के विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे।
नितीश कुमार द्वारा बिहार में विकास को गति देने वाली भाजपा का साथ छोड़कर बाहुबली, भ्रष्ट एवं परिवारवादी पार्टी का साथ देने के विरोध में दानह एवं दमन दीव के जेडीयू के 17 में से 15 जिला पंचायत सदस्य एवं प्रदेश जेडीयू की पूरी ईकाई आज भाजपा में शामिल हुई। pic.twitter.com/YXn3WhxEKR
— BJP (@BJP4India) September 12, 2022
मणिपुर और अरुणाचल में हो चुका है 'खेला'
बीजेपी से अलग होने के बाद जेडीयू को लगातार झटके लग रहे हैं। अरुणाचल प्रदेश में बीती 25 अगस्त को जेडीयू के एकमात्र विधायक तेकी कासो बीजेपी में शामिल हो गए थे। बीजेपी (BJP) ने इस बार भी यही कहा है कि यह सदस्य इसलिए बीजेपी में शामिल हुए क्योंकि जेडीयू (JDU) ने परिवारवाद का साथ दिया और जनता को धोखा दिया है।
पहले अरुणाचल प्रदेश और फिर मणिपुर में बीजेपी ने जेडीयू को झटके दिए थे। जेडीयू के लिए मणिपुर में बड़ा झटका इसलिए भी था क्योंकि विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 38 में से 6 सीटें जीती थीं, लेकिन उन 6 विधायकों में से उनके पास सिर्फ एक ही विधायक रह गया है, पांच बीजेपी में चले गए हैं।
नीतीश कुमार ने की थी शुरुआत
बिहार की NDA की सरकार सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ गिर गई थी और उन्होंने आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ सरकार बनाकर एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके साथ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। बीजेपी ने तब इसे जनता के साथ एक बड़ा धोखा बताया था।