NEW DELHI. संसद का बजट सत्र 6 अप्रैल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। ये सत्र अडाणी मुद्दे पर विपक्ष का विरोध और राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म होने के लिए जाना जाएगा। विपक्ष ने अडाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित किए जाने की मांग को हंगामा किया तो सरकार की तरफ से लोकतंत्र को लेकर लंदन में राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर माफी की मांग पर हंगामा बरपाया।
6 अप्रैल को भी सदन की कार्यवाही शुरू होने पर काले कपड़े पहने कांग्रेस नेताओं समेत कुछ विपक्षी दलों के सांसद आसंदी के पास आ गए और जेपीसी की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। स्पीकर ओम बिड़ला ने इस पर नाराजगी जताई। संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बताया कि लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 34% और राज्यसभा की प्रोडक्टिविटी 24.4% बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान रही।
लोकसभा में कितना हुआ कामकाज, स्पीकर ओम बिड़ला ने बताया
- 17वीं लोकसभा के 11वें सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को हुई। सत्र राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अभिभाषण के बाद शुरू हुआ। इस पर 13 घंटे 44 मिनट तक चर्चा चली। प्रधानमंत्री ने इसका जवाब दिया। सभा ने सर्वसम्मति से अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित किया।
राज्यसभा में भी हंगामा
राज्यसभा में भी विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामा जारी रहा। इस वजह से सदन की कार्यवाही शुरू होने के महज सात मिनट बाद ही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद जब कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो भी स्थिति पहले जैसी ही रही। भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सके। इस दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह से हल्के-फुल्के लहजे में कहा कि उन्होंने काले कपड़े पहने हैं, जबकि अन्य सदस्य सफेद कपड़ों में हैं। सभापति ने कहा कि सर, आप अलग दिख रहे हैं...।
राज्यसभा में 31 घंटे कामकाज
राज्यसभा में 130 घंटे की निर्धारित अवधि के मुकाबले 31 घंटे से थोड़ा ही ज्यादा कामकाज हुआ। पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के मुताबिक, लोकसभा में निर्धारित समय के 34.28 फीसदी समय में ही कामकाज हुआ। राज्यसभा में 24 प्रतिशत समय में कामकाज हुआ। पूरे बजट सत्र के दौरान लोकसभा में 4.32 घंटे ही प्रश्नकाल चला, जबकि राज्यसभा में यह समय सिर्फ 1.85 घंटा रहा।
खड़गे के आरोप
- लोकसभा स्थगित होने के बाद कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार लोकतंत्र की बातें करती है, लेकिन उसकी कथनी और करनी में फर्क है। संसद में 50 लाख करोड़ रुपये का बजट बिना चर्चा के 12 मिनट में पारित हो गया, सत्ताधारी पार्टी के सांसदों ने सदन में हंगामा किया।