राज्यसभा में खड़गे ने सरकार को कर्ज, अडाणी, रोजगार, सांप्रदायिकता पर घेरा, हंसी-मजाक भी हुआ, धनखड़ बोले- मुझ पर भी JPC बैठाएंगे

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Pooja Kumari
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राज्यसभा में खड़गे ने सरकार को कर्ज, अडाणी, रोजगार, सांप्रदायिकता पर घेरा, हंसी-मजाक भी हुआ, धनखड़ बोले- मुझ पर भी JPC बैठाएंगे

NEW DELHI. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में चल रही चर्चा में 8 फरवरी को भी हंगामा हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उद्योगपति गौतम अडाणी का नाम लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की। पीएम नरेंद्र मोदी पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। बीजेपी सांसदों के विरोध पर सभापति जगदीप धनखड़ ने खड़गे को आरोपों के बदले सबूत पेश करने के लिए कह दिया। उधर, बीजेपी ने भी खरगे पर पलटवार करते हुए राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा का मुद्दा उठा दिया। इस बीच, सभापति धनखड़ और खड़गे के बीच हंसी-मजाक भी हुआ। धनखड़ ने कहा कि क्या आप मुझपर भी जेपीसी बैठा देंगे। 





मल्लिकार्जुन खरगे ने ये कहा? 





नफरत फैलाने वालों को क्यों नहीं डराते





खड़गे ने कहा, आज नफरत हर जगह फैल रही है। हमारे ही प्रतिनिधि उसको बढ़ावा दे रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री जी से पूछता हूं कि आप चुप क्यों बैठे हो। आप सबको डराते हो, नफरत फैलाने वालों को क्यों नहीं डराते हो। एक नजर पड़ी आपकी तो वो समझ जाएगा कि टिकट नहीं मिलेगा, चुप हो जाएगा। आप मौनी बाबा बनकर बैठे हैं इसलिए ये हालात बने हैं।





दलितों को मंदिर क्यों नहीं जाने देते? 





मल्लिकार्जुन खड़गे ने सांप्रदायिक और जातिगत भेदभाव का भी मुद्दा उठाया। कहा, कहीं ईसाईयों के धार्मिक स्थल पर निगाहें हैं। दलित वर्ग मंदिर गया तो उसे मारते हैं, सुनवाई नहीं होती। दलितों को हिंदू मानते हैं ना तो उसे मंदिर में क्यों नहीं जाने देते? उसके घर जाकर खाना खाकर मंत्री फोटो शेयर करते हैं। जब धर्म एक है तो उसे मंदिर में क्यों नहीं जाने देते हो? एक तरफ वो हमारे साथ भी नफरत करते हैं। धर्म-जाति-भाषा के नाम पर नफरत कर रहे हैं। नफरत छोड़ो और भारत को जोड़ो। राष्ट्रपति राधाकृष्णन ने कहा था कि हिंदू हो या मुसलमान, राजा हो या किसान...सबका सम्मान करना चाहिए।'





उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर दिया, किसानों को लाचार छोड़ दिया 





खड़गे ने कहा, इस व्यक्ति (गौतम अडाणी) को जो प्रोत्साहन मिला है। बैंकों ने 82 हजार करोड़ लोन दिया। मोदीजी को मालूम होगा कि गुजरात में एक किसान को 31 पैसे बकाया के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिला। पैसा भी हमारा, पोर्ट, एयरपोर्ट भी हमारे। हमारे ही पैसे से ये सेक्टर खरीद रहे हैं। अगर पब्लिक सेक्टर जिंदा होते तो उसमें रिजर्वेशन होता, नौकरियां होतीं। बीएसएनल होता या ऐसे पब्लिक सेक्टर होते तो 30 लाख रोजगार होता और 15 लाख रिजर्वेशन मिलता। 10 फीसदी इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन को मिलता। सब प्राइवेट कर दे रहे हैं। जो रोजगार था, वो खत्म कर दे रहे हैं। आप तो गरीबों की बात करते हैं ना, आप पब्लिक सेक्टर क्यों खत्म कर रहे हैं। 10 लाख रोजगार यहां पर है। अडाणी को 82 हजार करोड़ दे दिए और उसके पास 20 हजार लोग काम करते हैं। 





खड़गे और सभापति के बीच हल्की नोक-झोंक





खड़गे ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। इस पर बीच-बीच में सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें टोका भी। अडाणी के कर्ज माफी और किसानों को बेसहारा छोड़ देने के खड़गे के आरोपों पर सभापति जगदीप धनखड़ ने टोक दिया। धनखड़ ने खरगे से इसका सबूत पेश करने के लिए कहा। सभापति ने कहा, 'इसे ऑथेंटिकेट कर दीजिए। ये कोर्ट का ऑर्डर नहीं है। इस मंच से केवल उसी विषय में बात होगी, जो देश से जुड़ा होगा। बिना आधार के इस जगह से आरोप नहीं लगाए जा सकते हैं।' 





खड़गे बोले, 'अगर मैं सच कहता हूं तो ये राष्ट्रविरोधी है। मैं किसी भी आदमी से ज्यादा देशभक्त हूं। मैं अफगानिस्तान या जर्मनी से नहीं आया हूं। मैं भारतीय हूं। आप मेरी भावनाएं आहत कर रहे हैं।' इसपर सभापति ने कहा, 'मैं जानता हूं कि आप देशभक्त हैं मिस्टर खड़गे। मैं ना इस तरफ हूं और ना उस तरफ... मैं संविधान की साइड में हूं।





खड़गे ने ये भी कहा, 'किस तरह से एक आदमी 12 लाख करोड़ पर कब्जा करके बैठा है। जेपीसी बनाइए और अगर ये घोटाला करने वाले हरिश्चंद्र निकले, पाक-साफ निकले तो हम इन्हें माला पहनाएंगे।' कब्जा शब्द बोलने पर फिर से सभापति ने खड़गे को टोक दिया। 





खड़गे ने आगे जेपीसी की मांग करते हुए सभापति जगदीप धनखड़ की तारीफ करनी शुरू कर दी। उन्होंने कहा, 'सभापतिजी, बहुत अच्छे एडवोकेट हैं। कुछ बातें बताऊं। वे शुरू-शुरू में हाथ से पैसे गिनते था, फिर मशीन से पैसे गिनने शुरू कर दिए।' इसपर सभापति ने कहा, वकील वाली ऑथेंटिकेट करने की जरूरत नहीं। हाथ जोड़ता हूं। मैंने मशीन से पैसे गिनने की बात नहीं की। लगता है कि आप मुझ पर भी जेपीसी बैठाएंगे।'  







— ANI (@ANI) February 8, 2023





8 फरवरी को संसद में ये बयानबाजी भी हुई





आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि एक उद्यमी जो कहीं नहीं था, वह अचानक उछलकर यहां तक पहुंचता। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जिसमें उसका दखल ना हो। हाल में आई रिपोर्ट (हिंडनबर्ग) से यह स्पष्ट हो गया है कि उनके इर्द-गिर्द सत्ता तंत्र का ताना-बाना था और अब इस ताने बाने की कहानी परत दर परत खुल रही है।





8 फरवरी को तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि मैंने जो भी कहा सदन में ऑन रिकोर्ड नहीं कहा है, हमें बीजेपी सिखाएगी कि पार्लियामेंट्री एजुकेशन क्या है और क्या नहीं। यह बड़ी बात नहीं है, बल्कि लोकतंत्र के लिए अडाणी का 100 बिलियन डॉलर का स्कैंडल बड़ा मुद्दा है, जिसे उठाया गया है।







— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 8, 2023





इस पर बीजेपी सांसद हेमामालिनी ने कहा सदन में ऐसा नहीं होना चाहिए। जो भी आदरणीय लोग यहां आते हैं, उन्हें खुद को कंट्रोल में रखना चाहिए। इतना भी भावुक होने की जरूरत नहीं है। कुछ लोग बहुत ज्यादा भड़क जाते हैं।







— ANI (@ANI) February 8, 2023





राहुल के संसद में भाषण पर बवाल





बीजेपी सांसद निशीकांत दुबे ने कहा कि राहुल गांधी पर सदन की अवमानना के तहत कार्रवाई की जाए। राहुल ने पीएम मोदी पर निराधार आरोप लगाए। उन्होंने कोई तथ्य भी प्रस्तुत नहीं किए। ऐसे में उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। अडाणी-हिंडनबर्ग मामले को लेकर संसद के दोनों सदनों में 8 फरवरी को फिर हंगामे के आसार हैं। निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर कार्रवाई की मांग की है। 





राहुल के मोदी पर आरोप





राहुल ने 7 फरवरी को अपने भाषण में कहा कि देश में इस समय हर जगह अडाणी, अडाणी गूंज रहा है। सरकार विदेश नीति है या फिर बिजनेसमैन गौतम अडाणी के लिए नीतियां बनाई जा रही हैं। अडाणी 2014 में अमीरों की लिस्ट में 609वें नंबर पर थे, अचानक दूसरे नंबर पर कैसे आ गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश गए, इसके बाद बांग्लादेश सरकार अडाणी को बड़ा प्रोजेक्ट दे देती है। राहुल ने मोदी और अडाणी के साथ वाली फोटो भी लोकसभा में दिखाईं, जिसका बीजेपी सांसदों ने विरोध किया और नेशनल हेराल्ड के मु्द्दा उछाला।





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