PATNA.बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर 6 मार्च को सीबीआई की टीम पहुंची। सीबीआई ने राबड़ी देवी से 4 घंटे तक पूछताछ की। बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी ने IRCTC घोटाला यानी जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के मामले में पूर्व सीएम से पूछताछ की। बताया जा रहा है कि सीबीआई की 12 सदस्यीय टीम राबड़ी देवी से पूछताछ करने पहुंची थी। इस दौरान उनके बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। पूछताछ के बाद बाहर आकर राबड़ी ने कहा कि हमारे परिवार में तो ये सब चलता रहता है।
सीबीआई ने राबड़ी देवी को पूछताछ के लिए नोटिस दिया था। पहले ये पूछताछ सीबीआई दफ्तर में होनी थी, लेकिन बाद में उन्हें राहत देते हुए सीबीआई ने आवास पर ही पूछताछ करने का फैसला किया। IRCTC घोटाला मामले में कोर्ट ने लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती समेत 14 आरोपियों को समन जारी कर 15 मार्च को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है। ये समन ऐसे वक्त पर जारी हुआ है, जब लालू सिंगापुर से हाल ही में किडनी बदलवाकर लौटे हैं।
IRCTC घोटाले में जांच कर रही एजेंसी
रेलवे में नौकरी के बदले रिश्वत में जमीन लेने के आरोपों के मामले में सीबीआई जांच कर रही है। एजेंसी ने इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल की है। इस मामले में लालू यादव के करीबी और पूर्व विधायक भोला यादव और हृदयानंद चौधरी भी आरोपी हैं। आरजेडी नेता लालू यादव के ओएसडी रहे भोला यादव को सीबीआई ने 27 जुलाई को गिरफ्तार किया था। भोला 2004 से 2009 के बीच तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के ओएसडी थे। चार्जशीट दाखिल होने के बाद संज्ञान लेते हुए राउज एवेन्यू कोर्ट ने कुल 14 लोगों को समन भेजा। 15 मार्च को कोर्ट सभी आरोपियों से पूछताछ शुरू करेगा और उसके बाद आरोप तय किए जाएंगे।
ये है मामला
- लैंड फॉर जॉब स्कैम (IRCTC घोटाला) 14 साल पुराना है। ये घोटाला उस समय का है, जब लालू यादव रेल मंत्री थी। दावा है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहने के दौरान रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनसे जमीन ली थी। लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे। 18 मई को सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज किया था। सीबीआई के मुताबिक, लोगों को पहले रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया और जब उनके परिवार ने जमीन का सौदा किया, तब उन्हें रेग्युलर कर दिया गया।