JAIPUR. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 मई को राजस्थान में नाथद्वारा पहुंचे। पीएम मोदी ने नाथद्वारा में 5,500 करोड़ रुपए से ज्यादा की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की। इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने यहां जनसभा को संबोधित करते हुए अशोक गहलोत को अपना मित्र बताया। वहीं, गहलोत ने कहा, हमारे बीच दुश्मनी नहीं, सिर्फ विचारधारा की लड़ाई है। हालांकि, गहलोत ने ERCP प्रोजेक्ट का मुद्दा उठाते हुए कहा, राजस्थान के 13 जिलों में पेयजल का संकट है। इस पर मोदी ने कहा, यदि जल संकट की समस्या का समाधान पहले कर लिया गया होता तो जल जीवन मिशन की आवश्यकता ही नहीं पड़ती।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
- भारत सरकार राज्य के विकास से, देश के विकास के मंत्र पर विश्वास करती है। राजस्थान देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक है। राजस्थान भारत के शौर्य, भारत की धरोहर, भारत की संस्कृति का वाहक है। राजस्थान जितना विकसित होगा, भारत के विकास को उतनी ही गति मिलेगी।
#WATCH | Shrinathji Temple officials felicitates PM Narendra Modi as he visits the temple in Nathdwara, Rajasthan. pic.twitter.com/vCvAZUWgmE
— ANI (@ANI) May 10, 2023
राजस्थान में अच्छे काम हुए - गहलोत
अशोक गहलोत ने कहा, मैं पीएम मोदी का स्वागत करता हूं। मुझे खुशी है कि वे आज करीब चार नेशनल हाईवे का लोकार्पण और तीन रेलवे प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास करने के लिए मौजूद हैं। हम सब जानते हैं कि राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है। पीएम मोदी को आग्रह करना चाहता हूं कि जब हम बिजली, सड़क और पानी पहुंचाते हैं तो यहां खर्चा अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा है। राजस्थान में अच्छे काम हुए हैं, राजस्थान में सड़कें अच्छी हैं। पहले हम गुजरात से मुकाबला करते थे और महसूस करते थे कि हम पिछड़ रहे हैं, लेकिन अब हम आगे बढ़ गए हैं।
गहलोत ने कहा, मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि हमारी सरकार के सुशासन के कारण राजस्थान आर्थिक विकास के मामले में देश में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। हमारे राज्य की लंबित मांगों को लेकर मैं आपको (पीएम मोदी) पत्र लिखता रहता हूं और लिखता रहूंगा।
गहलोत बोले- ये विचारधारा की लड़ाई
गहलोत ने कहा, एक मंच पर सब बैठे हैं, ऐसे मौके कम आते हैं। लोकतंत्र में दुश्मनी नहीं होती, विचारधारा की लड़ाई होती है। सबको अपनी बात कहने का अधिकार है। मैं समझता हूं कि देश में यही परंपरा चले। देश में सभी धर्म के लोगों के बीच में प्रेम भाईचारा बना रहे। हम इसी भावना के साथ कभी विश्वगुरू भी बन जाएंगे। गहलोत ने ये भी कहा, विपक्ष का सम्मान होना चाहिए। अगर इसी भावना के साथ चलेंगे तो देश और तेजी से आगे बढ़ेगा।