NEW DELHI. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने नए संसद भवन में पहला संबोधन दिया। पीएम मोदी ने कहा कि ये सिर्फ एक भवन नहीं है, ये 140 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिबिम्ब है। ये विश्व को भारत के दृढ़संकल्प का संदेश देता हमारे लोकतंत्र का मंदिर है। इस मौके पर राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। नए संसद भवन और सेंगोल पर आधारित शॉर्ट फिल्म दिखाई गई। इसके साथ ही 75 रुपए का सिक्का जारी किया गया।
पीएम मोदी ने देशवासियों को दी बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। देश के लोगों ने नए संसद भवन का उपहार दिया है। संसद में सर्वधर्म प्रार्थना हुई है। मैं सभी भारतीयों को लोकतंत्र के इस स्वर्णिम क्षण की बहुत बधाई देता हूं।
'नया भवन विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धि होते हुए देखेगा'
पीएम मोदी ने कहा कि नया संसद भवन योजना को यथार्थ से, नीति को निर्माण से, संकल्प को सिद्धि से जोड़ने वाली अहम कड़ी साबित होगा। नया भवन स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने का आधार बनेगा। नया भवन आत्मनिर्भर भारत के नए सूर्य का साक्षी बनेगा। नया भवन विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धि होते हुए देखेगा। नूतन और पुरातन के सह अस्तित्व का भी आदर्श है।
पीएम मोदी- विश्व भारत को आदर और उम्मीद से देख रहा
पीएम मोदी ने कहा कि नए रास्तों पर चलकर ही नए प्रतिमान गढ़े जाते हैं। आज नया भारत नए लक्ष्य तय कर रहा है। नए रास्ते गढ़ रहा है, नया जोश और नई उमंग है, नया सफर है और नई सोच है। दिशा नई है, दृष्टि नई है, संकल्प नया है और विश्वास नया है। आज फिर एक बार पूरा विश्व भारत को भारत के संकल्प की दृढ़ता को और भारतीय जनशक्ति की जिजीविषा को आदर और उम्मीद के भाव से देख रहा है।
'हमने सेंगोल की गरिमा लौटाई'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब भारत आगे बढ़ता है तो विश्व आगे बढ़ता है। संसद का ये नया भवन भारत के विकास से विश्व के विकास का आह्वान करेगा। आज इस ऐतिहासिक अवसर पर कुछ देर पहले संसद की नई इमारत में पवित्र सेंगोल की भी स्थापना हुई है। महान चोल साम्राज्य में सेंगोल को कर्तव्य पथ का, सेवा पथ का, राष्ट्र पथ का प्रतीक माना जाता था। राजाजी और अधीनम के संतों के मार्ग दर्शन में सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बना था। तमिलनाडु से आए अधीनतम के संत संसद में आशीर्वाद देने उपस्थित हुए थे, उन्हें दोबारा श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। पिछले दिनों मीडिया में इसके इतिहास से जुड़ी बहुत सारी जानकारी उजागर हुई है। मैं उसके विस्तार में नहीं जाना चाहता। ये सौभाग्य है कि पवित्र सेंगोल को हम उसकी गरिमा लौटा सके हैं। उसकी मान-मर्यादा लौटा सके हैं। जब भी कार्यवाही शुरू होगी, ये सेंगोल सभी को प्रेरणा देता रहेगा।
'भारत लोकतांत्रिक राष्ट्र ही नहीं, मदर ऑफ डेमोक्रेसी भी है'
पीएम मोदी ने कहा कि भारत लोकतांत्रिक राष्ट्र ही नहीं, मदर ऑफ डेमोक्रेसी भी है। वैश्विक लोकतंत्र का बड़ा आधार है। लोकतंत्र हमारे लिए व्यवस्था ही नहीं, संस्कार,विचार और परंपरा है। हमारे वेद हमें सभाओं और समितियों के लोकतांत्रिक आदर्श सिखाते हैं। महाभारत में गणों और गणतंत्रों का उल्लेख मिलता है। हमने वैशाली के गणतंत्र को जीकर दिखाया है। तमिलनाडु में मिला 900 इसवी का शिलालेख सभी को हैरान कर देता है। लोकतंत्र ही प्रेरणा है और संविधान ही संकल्प है। इस प्रेरणा और संकल्प की सबसे श्रेष्ठ प्रतिनिधि है तो संसद है।
'नए भवन के कण-कण में एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना'
पीएम मोदी ने कहा कि लोकसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय पक्षी मोर, राष्ट्रीय पुष्प राज्यसभा का कमल और संसद के प्रांगण में राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है। पत्थर राजस्थान और लकड़ी महाराष्ट्र से आई। यूपी में भदोही के कारीगरों ने कालीन बुने। भवन के कण-कण में हमें एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना के दर्शन हो रहे हैं। संसद के पुराने भवन में सभी के लिए अपने कार्यों को पूरा करना कितना मुश्किल हो रहा था, ये हम सभी जानते हैं। टेक्नोलॉजी से जुड़ी समस्याएं थीं, बैठने की जगह की चुनौती थी। बीते डेढ़-दो दशकों से नए संसद भवन की आवश्यकता पर चर्चा हो रही थी। ये भी देखना होगा कि आने वाले समय में सांसद बढ़ेंगे, वो लोग कहां बैठेंगे।
पीएम मोदी बोले- नया संसद भवन समय की मांग थी
पीएम मोदी ने कहा कि समय की मांग थी कि संसद की नई इमारत का निर्माण किया जाए। मुझे खुशी है कि भव्य इमारत आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इस समय भी इस हॉल में सूर्य का प्रकाश सीधे आ रहा है। बिजली कम से कम खर्च हो, हर तक लेटेस्ट गैजेट्स हों, इसका ध्यान रखा गया है।
'नए भवन में श्रम को समर्पित एक डिजिटल गैलरी'
पीएम मोदी मोदी ने कहा कि संसद भवन ने 60 हजार श्रमिकों को रोजगार देने का काम किया। उन्होंने अपना पसीना बहाया है। इनके श्रम को समर्पित एक डिजिटल गैलरी बनाई गई है, विश्व में ये शायद पहली बार हुआ हो। संसद के निर्माण में उनका योगदान भी अमर हो गया है। कोई एक्सपर्ट पिछले 9 साल का आकलन करे तो ये 9 साल भारत में नव निर्माण और गरीब कल्याण के रहे हैं।
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पीएम मोदी बोले- मुझे गरीबों के 4 करोड़ घर बनने का संतोष
पीएम मोदी ने कहा कि आज नई इमारत के निर्माण का गर्व है, तो मुझे गरीबों के 4 करोड़ घर बनने का भी संतोष है। मुझे 11 करोड़ शौचालय बनने का भी गर्व है। मुझे संतोष है कि गांवों को जोड़ने के लिए 4 लाख किलोमीटर से ज्यादा सड़कें बनाई गई हैं। मुझे संतोष है कि हमने पानी की एक-एक बूंद बचाने के लिए 50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों का निर्माण किया है। मुझे संतोष है कि हमें देश में 30 हजार से ज्यादा नए पंचायत भवन भी बनाए हैं। यानी पंचायत से लेकर संसद भवन तक हमारी निष्ठा एक ही है, प्रेरणा एक रही, देश का और देश के लोगों का विकास।