NEW DELHI. दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा है कि हिंसा के बाद एमसीडी के सदन की कार्यवाही 27 फरवरी, सोमवार तक स्थगित कर दी गई है। मेयर के अनुसार स्थाई समिति के सदस्यों का फिर से चुनाव होगा। उन्होंने कहा, नतीजे की घोषणा के दौरान बीजेपी पार्षदों ने स्टेज पर चढ़कर…मुझ पर हमला किया…मुझे सदन से जान बचाकर निकलना पड़ा है।
24 फरवरी को हुआ था बवाल
दिल्ली नगर निगम में स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर 24 फरवरी, शुक्रवार को जमकर बवाल हुआ था। एमसीडी में हुई मारपीट और हाथापाई की शिकायत आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों दलों ने पुलिस थाने में की है। हालांकि अभी तक दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है। वहीं दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने पुलिस कमिश्नर से मिलने के लिए समय मांगा है। दोनों दलों के पार्षदों ने एक-दूसरे के साथ मारपीट और हाथापाई की, जिसको लेकर AAP-BJP दोनों पार्टियों ने पुलिस थाने में शिकायत दे दी है। दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने देर रात बीजेपी पार्षदों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं सदन के अंदर सुरक्षित नहीं हैं तो दिल्ली में कैसे सुरक्षित हो सकती हैं। उन्होंने भाजपा के तीन पार्षदों व अन्य के खिलाफ शिकायत की हैं। उन्होंने पुलिस सुरक्षा मांगी है। उन्होंने बीजेपी पार्षदों पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया है।
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मेयर शैली ओबेरॉय ने साइन करने से किया इनकार
मेयर चुनाव बीत जाने के दो दिन बाद 25 फरवरी, शुक्रवार को स्टैंडिंग कमेटी के छह सदस्यों के लिए वोटिंग हुई। 250 सदस्यों वाली एमसीडी में 242 सदस्यों ने ही वोट डाले। वोटों की गिनती के दौरान एक वोट अनवैलिड हुआ तो भाजपा पार्षदों ने चीटर-चीटर और चोर-चोर के नारे लगाने शुरू कर दिए। अब तक स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में दोनों पार्टी के तीन-तीन सदस्य जीते थे। इन सदस्यों की लिस्ट पर मेयर शैली ओबेरॉय ने साइन करने से इनकार कर दिया। उन्होंने एक वोट को अनवैलिड बताकर रिकॉउंटिंग का आदेश दिया। रिकाउंटिंग के फैसले पर निगम सचिव ने साइन करने से मना कर दिया। इस पर मेयर और निगम सचिव के बीच तल्ख बातचीत हो गई।
भाजपा पार्षद ने टेबल पर चढ़कर की नारेबाजी
दोनों के बीच हुई तनातनी के दौरान भाजपा पार्षदों ने अनवैलिड वोट को वैलिड करने की मांग की तो मेयर ने इनकार कर दिया। इस पर भाजपा पार्षद टेबल पर चढ़कर नारेबाजी करने लगे। उन्हें रोकने के लिए AAP पार्षद आगे बढ़े तो दोनों पार्टियों के पार्षदों में मारपीट शुरू हो गई। हंगामे के बाद मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा- अब चुनाव 27 फरवरी को होगा।
MCD की स्टैंडिंग कमेटी पर इतना हंगामा क्यों?
स्टैंडिंग कमेटी ही MCD में सबसे ताकतवर है। यह कमेटी कॉर्पोरेशन का कामकाज और मैनेजमेंट का काम देखती है। इसके अलावा प्रोजेक्ट्स को वित्तीय मंजूरी देने, नीतियों को लागू करने से पहले चर्चा करने और उसे अंतिम रूप देने का काम भी इसी कमेटी के हाथ में है। यानी निगम की मुख्य डिसीजन-मेकिंग बॉडी यह कमेटी ही है। स्टैंडिंग कमेटी में 18 सदस्य होते हैं। इस कमेटी में एक चेयरपर्सन और डिप्टी चेयरपर्सन होता है। इन्हें स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों में से चुना जाता है। मेयर चुनाव के बाद छह सदस्यों को एमसीडी हाउस में सीधे चुना जाता है। दिल्ली में एमसीडी 12 जोन में बंटी है। हर जोन में एक वार्ड कमेटी होती है, जिसमें क्षेत्र के सभी पार्षद और नॉमिनेटेड एल्डरमैन शामिल होते हैं। स्टैंडिंग कमेटी में जोन प्रतिनिधि भी होते हैं। ऐसे में अगर यहां भी भाजपा हारती है तो उसके पास MCD में कुछ नहीं बचेगा।