NEW DELHI. कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने 24 मार्च को संसद से विजय चौक तक मार्च निकाला। विपक्ष अडाणी मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) बनाने की मांग कर रहा है। विजय चौक पर धारा 144 लागू थी, इसके बावजूद विपक्ष ने मार्च निकाला। कई नेताओं को हिरासत में भी लिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने जेपीसी गठित करने को लेकर प्रोटेस्ट किया। मोदी देश के लोगों से कुछ छिपाना चाह रहे हैं। ललित मोदी, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी देश का करोड़ो लूटकर फरार हो गए। प्रधानमंत्री इन लोगों के बारे में कुछ नहीं बोलना चाहते।
खड़गे के घर हुई मीटिंग में फैसला
राहुल को हुई सजा के मद्देनजर 23 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अपने आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों की एक बैठक बुलाई थी। इसमें करीब एक घंटे के विचार-विमर्श के बाद 24 मार्च को विजय चौक पर प्रदर्शन करने का फैसला किया गया। बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष के घर पर 50 से ज्यादा सांसदों, कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी के मेंबर्स और वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। सभी विपक्षी दल विरोध करने के लिए संसद भवन से विजय चौक तक पैदल मार्च करेंगे। विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलने के लिए समय मांगा है, ताकि उन्हें पूरे मामले के बारे में बताया जा सके।
मोदी सरकार गंदी राजनीति कर रही, विरोध को राज्यों तक ले जाएंगे- जयराम
जयराम रमेश ने आगे ये भी बताया कि खड़गे 24 मार्च की शाम को सभी प्रदेश कांग्रेस प्रमुखों और कांग्रेस विधायक दल के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और राज्यों में आंदोलन की योजना बनाएंगे। राहुल गांधी पर सजा का फैसला मोदी सरकार की गंदी राजनीति का उदाहरण है। हम इससे कानूनी और राजनीतिक रूप से लड़ेंगे। यह मामला सिर्फ कानूनी मुद्दा नहीं है, बल्कि देश में लोकतंत्र के भविष्य से जुड़ा एक गंभीर राजनीतिक मुद्दा भी है। ये मोदी सरकार की प्रतिशोध, धमकी, डराने और उत्पीड़न की राजनीति का एक और उदाहरण है। हम इस तरह की राजनीति से ना तो झुकेंगे और ना ही डरेंगे, बल्कि इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाएंगे।