NEW DELHI. कांग्रेस नेता राहुल गांधी संसद सदस्यता खोने के बाद पहली बार आज (11 अप्रैल) अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड (केरल) का दौरा करेंगे। इस दौरान वे एक रैली को संबोधित करेंगे। साथ ही रोड शो के जरिए शक्ति प्रदर्शन भी करेंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल वायनाड सीट से ही जीतकर संसद पहुंचे थे। 23 मार्च को मानहानि केस में राहुल को सूरत कोर्ट ने दोषी ठहराया था। 24 मार्च को उनकी संसद की सदस्यता खत्म हो गई थी। अब वायनाड सीट पर जल्द उपचुनाव कराए जा सकते हैं।
राहुल गांधी के वायनाड दौरे के मायने
राहुल गांधी का यह दौरा अहम इसलिए माना जा रहा है क्योंकि अब उनकी सदस्यता जा चुकी है। ऐसे में इस दौरे से साफ पता लगता है कि राहुल गांधी को पूरी उम्मीद है कि कोर्ट से उन्हें राहत मिलेगी। बीते दिनों राहुल गांधी वरिष्ठ नेताओं के साथ सूरत पहुंचे थे और अपनी सजा के खिलाफ अपील की थी। अब इस मामले की अगली सुनवाई 3 मई को होनी है। राहुल गांधी को इस मामले में जमानत दे दी गई है। राहुल गांधी का दौरा यह भी संकेत करता है कि अगर उन्हें कोर्ट से राहत मिल जाती है और वह चुनाव लड़ते हैं तो वह वाडनाड को नहीं छोड़ेंगे। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि वायनाड सीट पर राहुल गांधी की लोकप्रियता बरकरार है। ऐसे में अगर राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर रोक लग जाती है और राहुल गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ते हैं तो संभव है कि वह वायनाड सीट से ही अपनी किस्मत आजमा सकते हैं।
खबर अपडेट हो रही है...