JAIPUR. राजस्थान विधानसभा में आज (10 फरवरी) अजीबो गरीब वाकया सामने आया। इसको लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा हो गया। हुआ यूं कि राजस्थान विधानसभा में सीएम अशोक गहलोत बजट पेश कर रहे थे। इसी दौरान वे बीते साल (2022-23) का बजट पढ़ने लगे। इसको लेकर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। तब गहलोत सरकार के मंत्री ने सीएम के कान में गलती के बारे में बताया, तब अशोक गहलोत ने सॉरी बोला। हालांकि विपक्ष का हंगामा बढ़ता गया। भारी हंगामे के बाद विपक्षी सदस्य, सदन के वेल में आ गए। हंगामे को देखते हुए स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। बताया जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान सदन की कार्यवाही स्थगित की गई।
सीएम ने पिछली तीन योजनाओं को ही गिना दिया
विधानसभा में विपक्ष हंगामा कर रहा था और सीएम गहलोत बजट पढ़ रहे थे। इस दौरान उन्होंने पिछले साल की तीन से चार योजनाओं को भी गिना दिया। साथ ही इसमें शहरी विकास योजना, जिसे पिछले साल लागू किया गया था। उसे भी सीएम ने पढ़ दिया। तभी जलदाय मंत्री महेश जोशी ने सीएम के कान में गड़बड़ी के बारे में बताया, तो सीएम ने सॉरी बोला। सदन में हंगामा चलता रहा। हालांकि इससे पहले सीएम ने विपक्ष से आग्रह करते हुए कहा कि थोड़ा सब्र रखें। इससे सभी को अच्छा लगेगा। सीएम ने कहा कि इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी की घोषणा की जाती है। जिसके तहत शहर में रहने वाले लोगों को 100 दिन का रोजगार दिया जाएगा। इस पर प्रतिवर्ष 800 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इस दौरान उन्होंने एक शेर भी पढ़ा। इसी दौरान मंत्री जोशी ने सीएम को रोक कर गलती बताई। सीएम जिन घोषणाओं को बजट में पढ़ रहे थे वे पिछले साल ही लागू हो चुकी हैं। विपक्ष के हंगामे के बीच विधानसभा स्पीकर ने सभी से शांति की अपील की, लेकिन हंगामा बढ़ता देख राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
गहलोत ने सफाई दी
सीएम गहलोत ने दोबारा सदन की कार्रवाई शुरू होने पर सफाई दी और कहा कि बजट भाषण की कॉपी में फर्क तो बताएं? कॉपी में गलती से एक एक्स्ट्रा पेज लग गया था। जिसे में गलती से पढ़ने लगा। बजट की कॉपी लीक होने का सवाल ही नहीं है। बावजूद इसके विपक्ष का हंगामा जारी रहा। बीजेपी, सीएम से माफी मांगने पर अड़ी रही और सदन की कार्यवाही दोबारा स्थगित करनी पड़ी। बाद में सीएम ने मुख्य सचिव ऊषा शर्मा को तलब किया और बजट भाषण में हुई गड़बड़ी पर नाराजगी जताई।
राजस्थान में पहली बार बजट भाषण में कार्यवाही स्थगित
राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि बजट भाषण के दौरान सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। शुरुआत में आधे घंटे के लिए और फिर 15 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की गई। सूत्र बताते हैं कि सीएम ने जिस शेर से बजट भाषण की शुरुआत की वह पिछले भाषण में नहीं था, पर इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना की घोषणा, पिछले साल के बजट भाषण में ही की गई थी।
स्पीकर ने कहा, दुर्भाग्यपूर्ण
दोबारा सदन की कार्यवाही होने पर स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि जो भी कुछ घटनाक्रम हुआ है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि मानवीय भूल है, किसी से भी हो सकती है। इस अनहोनी घटना के लिए जो सारी कार्यवाही हुई है, उसे निरस्त करता हूं। बाद में 11 बजे से 11:42 तक की घटना को विधानसभा की कार्यवाही से निकाल दिया गया।