NEW DELHI. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ब्रिटेन दौरे पर हैं। राहुल के ब्रिटेन दौरे की काफी चर्चा है, क्योंकि वे ब्रिटेन में सरकार, बीजेपी और आरएसएस पर जमकर निशाना साध रहे हैं। 6 मार्च को राहुल गांधी ने ब्रिटेन की संसद में वहां के कुछ सांसदों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय संसद में विपक्षी नेताओं के माइक बंद कर दिए जाते हैं। राहुल गांधी के इस बयान पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी का यह दावा झूठा है।
राज्यसभा उपसभापति हरिवंश के मुताबिक, राहुल गांधी ने लंदन में जो कहा वह सरासर झूठा, बेबुनियाद, निराधार और आधारहीन है। मैं अपने अनुभव से कह सकता हूं कि इस तरह की बातें मुझे आज तक किसी से सुनने को नहीं मिली। हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि 1952 से जिन परंपराओं, व्यवस्थाओं के तहत संसद चलती थी, वैसे ही आज भी चल रही है।
ये हुआ था लंदन में
सोमवार को ब्रिटेन की संसद में भारतीय मूल के लेबर पार्टी के सांसद वीरेंद्र शर्मा ने राहुल गांधी के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया था। इस कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी जिस माइक्रोफोन का इस्तेमाल कर रहे थे, वह खराब था। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि भारत में हमारे माइक खराब नहीं हैं, वो काम कर रहे हैं, लेकिन आप उन्हें चालू नहीं कर सकते। जब मैंने भारतीय संसद में अपनी बात रखने की कोशिश की तो मेरे साथ कई बार ऐसा हुआ। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि विपक्ष का दमन किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी सरकार की भूल थी और हम इस पर चर्चा करना चाहते थे लेकिन चर्चा नहीं करने दी गई। हम जीएसटी के खिलाफ आवाज उठाना चाहते थे लेकिन नहीं करने दी गई। राहुल ने कहा कि पहले संसद में तीखी बहस होती थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। ये दम घोंटने वाला है।
राहुल ने संघ पर भी निशाना साधा था
राहुल ने 6 मार्च की देर शाम लंदन स्थित थिंक टैंक चैथम हाउस में कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि भारत में डेमोक्रेटिक कॉम्पटिशन का तरीका पूरी तरह से बदल गया है। इसकी वजह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नामक एक संगठन है। यह एक कट्टरपंथी और फासीवादी संगठन है, जिसने भारत की करीब-करीब सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। मुझे इस बात ने झकझोर दिया कि वे हमारे देश के विभिन्न संस्थानों पर कब्जा करने में कितने कामयाब रहे हैं। प्रेस, न्यायपालिका, संसद और चुनाव आयोग सभी खतरे में हैं और किसी ना किसी तरह से नियंत्रित हैं।
राहुल के संसद में माइक बंद के दावे पर हरिवंश बोले- इस तरह की बातें आज तक किसी ने नहीं कही, संसद व्यवस्था के तहत चलती है
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NEW DELHI. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ब्रिटेन दौरे पर हैं। राहुल के ब्रिटेन दौरे की काफी चर्चा है, क्योंकि वे ब्रिटेन में सरकार, बीजेपी और आरएसएस पर जमकर निशाना साध रहे हैं। 6 मार्च को राहुल गांधी ने ब्रिटेन की संसद में वहां के कुछ सांसदों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय संसद में विपक्षी नेताओं के माइक बंद कर दिए जाते हैं। राहुल गांधी के इस बयान पर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी का यह दावा झूठा है।
राज्यसभा उपसभापति हरिवंश के मुताबिक, राहुल गांधी ने लंदन में जो कहा वह सरासर झूठा, बेबुनियाद, निराधार और आधारहीन है। मैं अपने अनुभव से कह सकता हूं कि इस तरह की बातें मुझे आज तक किसी से सुनने को नहीं मिली। हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि 1952 से जिन परंपराओं, व्यवस्थाओं के तहत संसद चलती थी, वैसे ही आज भी चल रही है।
ये हुआ था लंदन में
सोमवार को ब्रिटेन की संसद में भारतीय मूल के लेबर पार्टी के सांसद वीरेंद्र शर्मा ने राहुल गांधी के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया था। इस कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी जिस माइक्रोफोन का इस्तेमाल कर रहे थे, वह खराब था। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि भारत में हमारे माइक खराब नहीं हैं, वो काम कर रहे हैं, लेकिन आप उन्हें चालू नहीं कर सकते। जब मैंने भारतीय संसद में अपनी बात रखने की कोशिश की तो मेरे साथ कई बार ऐसा हुआ। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि विपक्ष का दमन किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी सरकार की भूल थी और हम इस पर चर्चा करना चाहते थे लेकिन चर्चा नहीं करने दी गई। हम जीएसटी के खिलाफ आवाज उठाना चाहते थे लेकिन नहीं करने दी गई। राहुल ने कहा कि पहले संसद में तीखी बहस होती थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। ये दम घोंटने वाला है।
राहुल ने संघ पर भी निशाना साधा था
राहुल ने 6 मार्च की देर शाम लंदन स्थित थिंक टैंक चैथम हाउस में कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि भारत में डेमोक्रेटिक कॉम्पटिशन का तरीका पूरी तरह से बदल गया है। इसकी वजह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नामक एक संगठन है। यह एक कट्टरपंथी और फासीवादी संगठन है, जिसने भारत की करीब-करीब सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। मुझे इस बात ने झकझोर दिया कि वे हमारे देश के विभिन्न संस्थानों पर कब्जा करने में कितने कामयाब रहे हैं। प्रेस, न्यायपालिका, संसद और चुनाव आयोग सभी खतरे में हैं और किसी ना किसी तरह से नियंत्रित हैं।