DELHI. एक तरफ जहां हिमाचल प्रदेश, गुजरात और दिल्ली नगर निगम चुनावों की तारीख घोषित हो गई है और हर राजनीतिक दल इस चुनाव में जी जान से जुटा है। तो वहीं दूसरी तरफ आज अलग-अलग राज्यों की विधानसभा की खाली पड़ी सीटों के लिए हुए उप-चुनाव का रिजल्ट आना है। बीजेपी, कांग्रेस, सपा और कई अन्य राजनीतिक दलों की नजरें इन चुनाव परिणामों पर होंगी। ये नतीजे गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले चुनावों के नतीजों को प्रभावित करेंगे या नहीं, ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इसके परिणाम से हर दल अपने आगे का आकलन जरूर कर सकते हैं।
कहां-कहां हुए थे उप-चुनाव
बता दें कि चुनाव आयोग के आदेश के अनुसार, 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 3 नवंबर 2022 को हुआ था। इसमें बिहार की 2 और महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, तेलंगाना, ओडिशा की एक-एक सीटें शामिल हैं। ये सीटें अलग-अलग वजह से खाली थीं। इसलिए यहां उपचुनाव कराना पड़ा है। बिहार की बात करें तो यहां मोकामा और गोपालगंज विधानसभा सीट को भरने के लिए उपचुनाव हुआ था। महाराष्ट्र में अंधेरी ईस्ट सीट के लिए, उत्तर प्रदेश में गोला गोकरनाथ विधानसभा सीट के लिए, हरियाणा में आदमपुर विधानसभा सीट के लिए, तेलंगाना में मुनुगोडे सीट के लिए और ओडिशा में धामनगर सीट के लिए उपचुनाव हुआ था।
कहां कैसा मुकाबला
बिहार के उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और राजद के बीच है, जबकि हरियाणा में भगवा दल का मुकाबला कांग्रेस, आईएनएलडी और आम आदमी पार्टी (आप) से है। भाजपा का तेलंगाना में मुकाबला तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) से, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से और ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) से है। भाजपा गोल गोकर्णनाथ सीट और धामनगर सीट बरकरार रखना चाहती है और इसने सहानुभूति पाने के लिए उन मौजूदा विधायकों के बेटों को मैदान में उतारा है जिनके निधन के कारण उपचुनाव हुआ। गोल गोकर्णनाथ सीट भाजपा विधायक अरविंद गिरि के निधन के कारण छह सितंबर को रिक्त हो गई थी। इस सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस और बसपा हिस्सा नहीं ले रही हैं, इसलिए सपा उम्मीदवार और गोला के पूर्व विधायक विनय तिवारी और भाजपा के अमन गिरि के बीच सीधा मुकाबला है। धामनगर सीट पर इकलौती महिला उम्मीदवार बीजद की अबंती दास हैं, इस सीट पर भाजपा विधायक बिष्णु चरण सेठी के निधन के कारण उपचुनाव हुआ। भाजपा ने सेठी के बेटे सूर्यबंशी सुराज को मैदान में उतारा है।
साख का चुनाव
भजन लाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफा देकर कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने के कारण आदमपुर सीट पर उपचुनाव हुआ। आदमपुर सीट पर वर्ष 1968 से भजन लाल परिवार का कब्जा है। अदामपुर सीट से दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल नौ बार और उनकी पत्नी जस्मा देवी एक बार तथा उनके बेटे कुलदीप चार बार विधायक रहे। मोकामा सीट पर इसके पहले राजग का कब्जा था, जबकि गोपालगंज सीट राजद के पास थी। मोकामा सीट से भाजपा पहली बार चुनाव मैदान में है, क्योंकि इसके पहले इसने यह सीट अपने सहयोगियों को दे दी थी। भाजपा और राजद, दोनों ने ही स्थानीय बाहुबली नेताओं की पत्नी को मैदान में उतारा है। मोकामा सीट से भाजपा ने अपना उम्मीदवार सोनम देवी को बनाया है। बिहार की गोपालगंज सीट से भाजपा ने कुसुम देवी को मैदान में उतारा है जो दिवंगत विधायक सुभाष सिंह की पत्नी हैं, यहां से राजद के उम्मीदवार मोहन गुप्ता और बसपा उम्मीदवार इंदिरा यादव हैं। इंदिरा पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के साले साधु यादव की पत्नी हैं। अंधेरी (पूर्व) से शिवसेना की रुतुजा लटके के उपचुनाव जीतने के आसार हैं, क्योंकि भाजपा ने खुद को मुकाबले से बाहर कर लिया है।