JAIPUR. राजस्थान कांग्रेस के अंसतुष्ट नेता पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के सुर बदल गए हैं। अब तक विभिन्न मुद्दों को लेकर अपनी ही सरकार को घेरते आए सचिन पायलट गुरूवार को दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के साथ हुई बैठक के बाद बोले कि हमारा ध्येय यही है कि राजस्थान में पिछले 25 साल से हर बार सरकार बदलने की परम्परा खत्म हो औैर एक बार फिर हमारी सरकार बने। इसके लिए सब मिलकर काम करेंगे और भारी बहुमत से सरकार बनाएंगे।
#AICC की मीटिंग के बाद पायलट के बदले सुर, कहा मिलकर लड़ेंगे। मेरे उठाए मुद्दों पर हो रहा है काम....
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— TheSootr (@TheSootr) July 6, 2023
क्या खत्म हो गए मतभेद ?
राजस्थान में स्वयं की भूमिका पर पायलट ने कहा कि जो भी जिम्मेदारी मेरे लिए तय की जाएगी, मैं उसे पूरी निष्ठा से निभाउंगा। गौरतलब है कि 29 मई की पार्टी आलाकमान के साथ हुई बैठक के बाद सचिन ने पूरी तरह से चुप्पी साधी हुई थी। ऐेसे में सचिन के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि पार्टी में मतभेद से जुड़े मुद्दे अब खत्म हो गए हैं और पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
सचिन के रुख पर थीं सभी की नजरें
दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में 4 घंटे चली बैठक में राजस्थान के 29 नेता शामिल हुए थे और पार्टी की चुनावी रणनीति को लेकर इसमें चर्चा हुई। बैठक के बाद सबकी नजर इसी बात पर थी कि सचिन पायलट का क्या रुख रहता है। क्योंकि 29 मई को दिल्ली में जब पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने गहलोत और पायलट के साथ बैठक की थी, उसके बाद पायलट ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली थी। बैठक में क्या हुआ, क्या फॉर्मूला तय किया गया, इसे लेकर वे कुछ नहीं बोल रहे थे और इसी के चलते पायलट के राजी होने को लेकर संशय बना हुआ था।
काफी हद तक संतुष्ट हैं सचिन
गुरुवार को सचिन पहली बार बोले और उनके सुर लगभग पूरी तरह बदले हुए थे। मीडिया से बातचीत में वे काफी संतुष्ट भी दिख रहे थे। अपने बयान के जरिए उन्होंने संकेत दिए कि चुनाव में पार्टी उन्हें कोई अहम भूमिका दे सकती है और जो मुद्दे उन्होंने उठाए थे, उन पर अब तक जो काम हुआ है, वे उससे बहुत हद तक संतुष्ट हैं और उन्हें भरोसा है कि पार्टी उनके मुद्दे पर काम करेगी।
द सूत्र की खबर पर मुहर
द सूत्र ने 4 जुलाई, मंगलवार को ही बता दिया था कि पेपर लीक मामले में सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट की मांगों पर काम शुरू कर दिया है। दोनों के बीच सुलह की शुरुआत हो गई है। आज सचिन पायलट और वेणु गोपाल ने द सूत्र की खबर पर मुहर लगा दी। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें.. राजस्थान; चुनाव से पहले पायलट की मांगों पर गहलोत ने की दूसरे रास्ते से काम शुरू करने की कवायद
पायलट की कही खास बातें और उसके मायने
- 4 घंटे चर्चा चली और सबने खुले दिमाग से बात कही और विश्वास व्यक्त किया कि सभी ने विश्वास व्यक्त किया है कि मेहनत कर सरकार रिपीट कर सकते हैं। यानी पायलट अभी भी ये मानते हैं कि कुछ मेहनत की जरूरत है, लेकिन पार्टी सरकार रिपीट के मामले में बहुत हद तक कॉन्फिडेंट हैं।