Rewa. निर्विरोध पंचायत को प्रदेश सरकार ने प्रोत्साहित करने और इसके लिए राशि देने की घोषणा की थी। इस पर रीवा जिले की एक पंचायत है वहां के लोगों ने मिल बैठ कर अपनी पंचायत को निर्विरोध बनाया। रीवा जनपद पंचायत के अन्तर्गत आने वाली अनुसूचित जाति वर्ग के लिये आरक्षित करहिया नं. 1 ग्राम पंचायत निर्विरोध हो गई है. हालांकि अभी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है। यहां पूर्व सरपंच की पहल पर रेखा रावत को प्रधान चुन लिया गया है। 6 जून को नामांकन के अंतिम दिन रेखा रावत के खिलाफ गांव का कोई भी व्यक्ति पर्चा नहीं डाला था। ऐसे में 7 जून को फार्म की जांच में रेखा रावत का नामांकन सही पाया गया जिसके बाद से करहिया नंबर 1 पंचायत निर्विरोध होकर रीवा में नया रिकॉर्ड बनाई है। जनपद के अधिकारियों की मानें तो करहिया के मतदाताओं ने पंचायत की राजनीति से इतर गांव के विकास की प्राथमिकता दी है। रीवा जिले का सौभाग्य है कि पहली निर्विरोध पंचायत मिल गई है. अब सिर्फ औपचारिक घोषणा बाकी है. बताया गया है कि 20 पंच भी निर्विरोध चुने गए है।
ग्राम पंचायत को बनाएंगे मॉडल
मैट्रिक पास अनुसूचित जाति वर्ग से पहली बार सरपंच बनी रेखा रावत ने गांव के अधूरे विकास कार्यों को पूरा करने पर फोकस किया है। रेखा ने 'द सूत्र' से कहा कि शासन द्वारा मिलने वाली इनाम राशि से ग्राम पंचायत को मॉडल बनाया जाएगा। दावा किया कि पूर्व सरपंच बबलू कुशवाहा, निर्वतमान सरपंच राजकली कुशवाहा द्वारा तय किए गए जनहित के कार्यों को सबसे पहले पूरा करेंगे। प्रधान बनने पर रेखा रावत ने करहिया नंबर 1 के सभी मतदाताओं और पूर्व सरपंच का आभार जताया है। हालांकि अभी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है।
सरकार से मिलेगा 25 लाख का इनाम
पूर्व प्रधान बबलू कुशवाहा ने बताया कि प्रदेश की जिस पंचायत का सरपंच पद निर्विरोध होगा। वहां की ग्राम पंचायत को प्रदेश सरकार द्वारा 15 लाख रुपए की इनाम राशि दी जाएगी। इसी तरह जहां पंच के सभी वार्ड निर्विरोध होंगे। उनको 25 लाख रुपए की प्रोत्साहन रकम देकर पंचायत का विकास कार्य कराया जाएगा। रीवा जिले से करहिया नंबर 1 पंचायत पहली निर्विरोध पंचायत है। जिसका चयन हो गया है।
अनुसूचित जाति वर्ग के सिर्फ 8 मतदाता
निवर्तमान सरपंच राजकली कुशवाहा ने बताया कि रीवा जनपद पंचायत के करहिया नंबर 1 पंचायत में अनुसूचित जाति वर्ग के सिर्फ 8 मतदाता है। ऐसे 8 लोगों के बीच सामंजस्य बनाया गया। तब कहीं जाकर पढ़ी-लिखी जागरूक महिला रेखा रावत पर सहमति बनी। जिसके बाद नामांकन के अंतिम दिन 1 फॉर्म डाला गया था। इकलौते फार्म के कारण रेखा रावत निर्विरोध हो गई।