राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर चल रहे राजनीतिक विवाद पर रामभद्राचार्य बोले - विनाश काले विपरीत बुद्धि

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Pooja Kumari
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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर चल रहे राजनीतिक विवाद पर रामभद्राचार्य बोले - विनाश काले विपरीत बुद्धि

BHOPAL.रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में अब केवल कुछ ही दिन बाकी हैं, ऐसे में देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग इस दिन बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि अयोध्या में 16 जनवरी को शुरू हुए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आज यानी 20 जनवरी, को पांचवां दिन है और बीते शुक्रवार, 19 जनवरी को रामलला के मूर्ति की पहली झलक सामने आई। पहली बार लोगों ने रामलला का पूरा चेहरा देखा।

जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने क्यों कहा विनाशकाले विपरीत बुद्धि

राम मंदिर और रामलला की नई प्रतिमा को लेकर उठाए जा रहे राजनेताओं के सवालों पर चित्रकूट के जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा, विनाशकाले विपरीत बुद्धि। बता दें कि प्रतिमा को लेकर कहा जा रहा है ये बाल्यकाल की मूर्ति हैं। कौशल्या की गोद में ऐसी मूर्ति होनी चाहिए, इस पर रामभद्राचार्य ने कहा- उन्हें कुछ नहीं पता।

कौन-कौन होंगे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी दास जी महाराज, महंत महेश्वर दास, उदासीन आश्रम अयोध्या के महंत डॉ. भरत दास महाराज, महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश, महंत त्रिभुवन दास, स्वामी पुष्करानंद, महंत जुनेंद्र मुनि, कोठारी राघवेंद्र, महंत महेश्वर दास आदि उदासीन संप्रदाय के महंत उदासीन ऋषि आश्रम रानोपाली अयोध्या पहुंच चुके हैं। ये सभी 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे।

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