BHOPAL. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में अब केवल कुछ ही दिन बाकी हैं, ऐसे में देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग इस दिन बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि अयोध्या में 16 जनवरी को शुरू हुए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आज यानी 20 जनवरी, को पांचवां दिन है और बीते शुक्रवार, 19 जनवरी को रामलला के मूर्ति की पहली झलक सामने आई। पहली बार लोगों ने रामलला का पूरा चेहरा देखा। शुक्रवार को शाम के करीब 7 बजे यहां अस्थाई मंदिर में रामलला के दर्शन बंद कर दिए गए। अब 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही नए मंदिर में 23 जनवरी से श्रद्धालुओं को दर्शन मिलेंगे।
क्या कहा राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने
बता दें कि आज वास्तु शांति के बाद रामलला सिंहासन पर विराजेंगे। इससे पहले सुबह शर्कराधिवास, फलाधिवास और शाम को पुष्पाधिवास में विराजेंगे। वहीं आज पाकिस्तान से हिंगलाज शक्तिपीठ का जल अयोध्या पहुंचेगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले नई प्रतिमा में भगवान राम की आंखों से कपड़ा नहीं हटा सकते। अगर प्रतिमा में आंखों पर कपड़ा नहीं दिख रहा है तो ये गलत है। इसकी जांच होनी चाहिए।
खत्म हुआ 500 साल का इंतजार
500 साल के लंबे संघर्ष के बाद आज जब रामलला अपने अस्थायी टेंट से दिव्य और भव्य मंदिर में प्रवेश करेंगे तो वाकई ये ऐतिहासिक क्षण होगा। राम मंदिर केवल राम मंदिर नहीं है बल्कि 500 साल की लड़ाई की जीत का परिणाम है। राम मंदिर केवल एक इमारत नहीं है, बल्कि ये कई लोगों के भावनाओं व आस्थाओं से जुड़ा एक सपना है। राम मंदिर का निर्माण 500 साल लंबी तपस्या का परिणाम है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पूरा देश जश्न में डूबा हुआ है।